Adani: रेटिंग एजेंसी ने कहा, ‘‘भारतीय बंदरगाह और लॉजिस्टिक कंपनी की हर तिमाही 13 करोड़ डॉलर मूल्य के बॉन्ड पुनर्खरीद की योजना है.’’ उसने कहा, ‘‘निवेशक अगर सौदे को स्वीकार करते हैं, इससे अडाणी पोर्ट्स के पुनर्वित्त के जोखिम से बचने की रणनीति मजबूत होगी.’’ कंपनी ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि उसने जुलाई, 2024 में परिपक्व होने वाले बॉन्ड की पुनर्खरीद को लेकर निविदा जारी की है.
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Adani Share Price: अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन का 13 करोड़ डॉलर मूल्य के बॉन्ड के पुनर्खरीद का फैसला बताता है कि कंपनी परिस्थिति को देखते हुए आने वाले समय में परिपक्व हो रहे कर्ज का सक्रियता के साथ पहले से ही प्रबंधन करने में लगी है. एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने मंगलवार को यह बात कही. उल्लेखनीय है कि अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन (एपी-सेज) ने सोमवार को बॉन्ड पुनर्खरीद कार्यक्रम की शुरुआत की. यह अमेरिकी वित्तीय शोध और निवेश कंपनी के जनवरी में अडाणी समूह पर लगाये गये धोखाधड़ी के आरोप के बाद पहला बॉन्ड पुनर्खरीद कार्यक्रम है. हालांकि, अडाणी समूह ने आरोप को आधारहीन बताते हुए उसे खारिज कर दिया था.
बॉन्ड पुनर्खरीद
रेटिंग एजेंसी ने कहा, ‘‘भारतीय बंदरगाह और लॉजिस्टिक कंपनी की हर तिमाही 13 करोड़ डॉलर मूल्य के बॉन्ड पुनर्खरीद की योजना है.’’ उसने कहा, ‘‘निवेशक अगर सौदे को स्वीकार करते हैं, इससे अडाणी पोर्ट्स के पुनर्वित्त के जोखिम से बचने की रणनीति मजबूत होगी.’’ कंपनी ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि उसने जुलाई, 2024 में परिपक्व होने वाले बॉन्ड की पुनर्खरीद को लेकर निविदा जारी की है.
एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स
इसके तहत वह 13 करोड़ डॉलर मूल्य के बॉन्ड की पुनर्खरीद करेगी. इतनी ही राशि की पुनर्खरीद अगली चार तिमाहियों में भी करेगी.’’ वास्तव में कंपनी निवेशकों के बीच फिर से भरोसा बनाना चाहती है कि उसकी नकदी की स्थिति संतोषजनक है. एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि यह परिस्थिति के अनुसार उठाया गया कदम है.
रेटिंग
यह बताता है कि कंपनी सक्रियता के साथ आने वाले समय में परिपक्व हो रहे कर्ज का पहले से ही प्रबंधन करने में लगी है.’’ रेटिंग एजेंसी के अनुसार, उसे उम्मीद है कि अडाणी पोर्ट्स के पास पर्याप्त नकदी है और वह 13 करोड़ डॉलर मूल्य के बॉन्ड पुनर्खरीद के लिये भुगतान की स्थिति में है. उसने कहा, ‘‘कंपनी का परिचालन नकदी प्रवाह अच्छा रहने का अनुमान है और वह उसका उपयोग करेगी. हमारा अनुमान है कि 2023-24 में यह 89 अरब रुपये रहेगा.’’