वास्तु जानकारों का कहना है कि पूजा घर में कभी भी कटी-फटी पुस्तकें नहीं होनी चाहिए. अगर आपके मंदिर में भी ऐसी कोई किताब है, तो उसे तुरंत हटा दें और जल में प्रवाहित कर दें.
कुछ देवी-देवताओं को छोड़कर कर हिंदू धर्म में लगभग सभी देवी-देवताओं को अक्षत अर्पित किए जाते हैं. लेकिन पूजा घर में कभी भी टूटे हुए चावल नहीं रखने चाहिए. अगर आपके मंदिर में भी ऐसे चावल हैं, तो उन्हें तुरंत हटा कर साबुत चावल रख लें.
वास्तु शास्त्र के अनुसार पूजा घर में कभी भी देवताओं की रौद्र रूप वाली मूर्ति स्थापित नहीं करनी चाहिए. ऐसा माना जाता है कि अगर आप ऐसा करते हैं, तो इससे घर में अनिष्ट होता है.
हिंदू धर्म में पितरों को पूजनीय माना गया है. लेकिन उन्हें कभी भी पूजा घर में स्थान नहीं देना चाहिए.ऐसा करने से घर पर अशुभ प्रभाव पड़ता है. ऐसे में वास्तु अनुसार पितरों की तस्वीर को मंदिर से हटा कर घर की सही दिशा में लगाने से उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है.
वास्तु शास्त्र और हिंदू शास्त्रों में मंदिर में देवी-देवताओं की खंडित मूर्तियां रखना अशुभ माना गया है. वास्तु में कहा गया है कि मंदिर में कभी भी टूटी हुई और खंडित मूर्तियां नहीं रखनी चाहिए. अगर आप ऐसा करते हैं, तो इससे आपको पूजा का पूरा फल नहीं मिलेगा. साथ ही, घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास होगा.
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