खंडित मूर्तियां- अक्सर खंडित या खराब देवी-देवताओं की मूर्ति को हम घर में एक तरफ को रख देते हैं. लेकिन वास्तु में इन्हें अशुभ बताया गया है. कहते हैं कि घर में रखीं खंडित मूर्तियां दु्र्भाग्य का कारण बनती हैं. ऐसे में इन मूर्तियों को तुरंत बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें.
खराब खाना- घर के साथ किचन की सफाई भी महत्वपूर्ण हैं. ऐसे में रसोई में कोई भी खरबा चीजें, या खाने आदि का सामना रखा है तो उसे तुरंत निकाल बाहर कर दें. घर में खाने-पीने की खराब चीजें मां दुर्गा को रुष्ट करती हैं. इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा आती है और मां दुर्गा घर में प्रवेश नहीं करती.
प्याज-लहसुन- शारदीय नवरात्रि में मां दुर्गा 9 दिनों तक धरती पर ही रहती हैं. इन 9 दिनों में मां भक्तों के घर वास करती हैं. ऐसे में घर का वातावरण और घर दोनों का शुद्ध होना बेहद जरूरी है. नवरात्रि से पहले सफाई के दौरान प्याज और लहसुन, अंडा, मांस, मदिरा आदि को घर से निकाल दें. ये चीजें घर में नकारात्मकता लाती हैं.
खराब जूते-चप्पल और कपड़े- जैसे दिवाली से पहले घर की सफाई कर सभी कबाड़ को घर से निकाल दिया जाता है. उसी प्रकार नवरात्रि से पहले मां दुर्गा के स्वागत के लिए भी सफाई की जाती है. ऐसे में घर में रखे फटे-पुराने कपड़े और जूते-चप्पलों को घर से बाहर निकाल दें. घर में इस तरह की चीजें नकारात्मकता बढ़ाती हैं और मां दुर्गा ऐसे घरों में कभी वास नहीं करती.
बंद घड़ी- वास्तु में कहा गया है कि बंद घड़ी दुर्भाग्य का सूचक है. ऐसे में नवरात्रि में मां के आगमन से पहले बंद या खराब घड़ी को भी बाहर निकाल दें या फिर किसी कबाड़ी को दे दें. ऐसी चीजें व्यक्ति की तरक्की में बाधा तो उतपन्न करती ही हैं. साथ ही, बुरा समय लाने में भी देर नहीं लगाती.
ट्रेन्डिंग फोटोज़