पैगंबर साहब की बेटी फातिमा पर बनी फिल्म पर ब्रिटेन में लगी रोक; सलाहकार को हटाया
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पैगंबर साहब की बेटी फातिमा पर बनी फिल्म पर ब्रिटेन में लगी रोक; सलाहकार को हटाया

कुवैत के यासिर अल-हबीब द्वारा लिखित फिल्म फिल्म ’लेडी ऑफ हेवन’ तीन जून को ब्रिटेन में रिलीज़ हुई थी, लेकिन भारी विरोध और प्रदर्शन के बाद इसकी स्क्रीनिंग अभी रोक दी गई है. 

 

अलामती तस्वीर

लंदनः ब्रिटेन में पैगंबर मोहम्मद साहब की बेटी पर बन रही एक फिल्म को लेकर विवाद बढता जा रहा है. दावा किया जा रहा है कि फिल्म में पैगंबर मोहम्मद की बेटी की कहानी है. मुस्लिम संगठनों ने इस फिल्म से नाराजगी जताते हुए इसे प्रतिबंधित करने की मांग की है. वहीं, ब्रिटेन सरकार ने इस फिल्म के प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगाने के की एक मुहिम की हिमायत करने पर एक इमाम की स्वतंत्र सलाहकार के रूप में नियुक्ति को रद्द कर दिया है.
इमाम कारी आसिम ब्रिटेन सरकार में इस्लामोफोबिया सलाहकार थे और सरकार के मुस्लिम घृणा रोधी कार्य समूह के नायब सद्र भी थे. उन्हें शनिवार की शाम को सरकारी पत्र के माध्यम से सूचित किया गया कि फिल्म ’द लेडी ऑफ हेवन’ के विरोध के लिए उनकी हिमायत कलात्मक अभिव्यक्ति को प्रतिबंधित करता है और सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने वाला है.

फिल्म की स्क्रीनिंग रद्द कर दी गई
इस सप्ताह की शुरुआत में ब्रिटेन के सिनेमाघरों ने अपने कर्मचारियों और ग्राहकों की सुरक्षा के लिहाज से फिल्म की स्क्रीनिंग रद्द कर दी गई थी. फिल्म की वेबसाइट के मुताबि, यह पैगंबर मोहम्मद साहब की बेटी लेडी फातिमा की कहानी है. लीड्स स्थित मक्का मस्जिद के प्रमुख इमाम, असीम को भेजे गए सरकारी पत्र के मुताबिक, ’’स्वतंत्र अभिव्यक्ति को कम करने की मुहिम के लिए आपके हालिया हिमायत और स्टैंड ने सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा दिया है. इसका मतलब है कि अब आपके लिए सामुदायिक सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए तैयार की गई भूमिकाओं में सरकार के साथ काम ज़ारी रखना ठीक नहीं है.’’

कलात्मक अभिव्यक्ति को प्रतिबंधित करने की कोशिश 
सरकारी लेटर में कहा गया है, ‘‘आपने सिनेमाघरों में फिल्म ’लेडी ऑफ हेवन’ की स्क्रीनिंग रोकने के लिए चल रहे मुहिम को बढ़ावा दिया, जो कलात्मक अभिव्यक्ति को प्रतिबंधित करने की साफ कोशिश है. आपने जिस मुहिम की हिमायत की है, उसकी वजह से सड़क पर विरोध प्रदर्शन हुआ है, जिसने धार्मिक नफरत को बढ़ावा दिया है.’’ चिट्ठी में इमाम के फेसबुक पोस्ट का हवाला दिया गया है जो फिल्म की स्क्रीनिंग रद्द करने पर जोर देने के उनके रुख पर रौशनी डालता है. कुवैत के यासिर अल-हबीब द्वारा लिखित फिल्म तीन जून को ब्रिटेन में रिलीज़ हुई थी. इस फिल्म को मिस्र और पाकिस्तान में बैन कर दिया गया है, जबकि ईरान में मौलवियों ने इसे देखने वालों के खिलाफ फतवा जारी किया है. ब्रिटेन में बर्मिंघम, बोल्टन, ब्रैडफोर्ड और शेफील्ड में सिनेमाघरों के बाहर प्रदर्शन हुए हैं.

Zee Salaam

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