Imran Khan Foreign Funding: इमरान की पार्टी पर साबित हुआ विदेशी फंडिंग का मामला
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Imran Khan Foreign Funding: इमरान की पार्टी पर साबित हुआ विदेशी फंडिंग का मामला

Imran Khan Foreign Funding: पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान बुरे फंस गए हैं. दरअसल उनकी पार्टी पर विदेशी फंडिंग का मामला साबित हो गया है. यह केस उन्हीं पार्टी के पूर्व सदस्य ने 2014 दर्ज कराया था. जिस पर आज चुनाव कमीशन ने फैसला सुनाया है. 

AsaduddinOwaisi

Imran Khan Foreign Funding: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को लेकर बुरी खबर सामने आ रही है. दरअसल उनकी पार्टी पर चल रहे विदेशी फंडिंग मामले का फैसला उनके खिलाफ आ गया है. पाकिस्तान चुनाव कमिश्नर सिकंजर सुल्तान राजा ने बताया कि पीटीआई को 24 विदेशियों से, 351 कारोबारी संस्थाओं व कंपनियों से पीटीआई को फंड्स हासिल हुए हैं. 

इलेक्शन कमिश्नर ने आगे बताया कि जांच के दौरान 13 बैंक अकाउंट्स भी मिले हैं, जिनके बारे पार्टी की जानकारी नहीं दे पाई. विदेशी फंडिंग का मामला साबित होने के बाद चुनाव कमीशन ने पार्टी को वजह बताओ नोटिस जारी कर दिया है. बता दें कि पाकिस्तान के कानून के मुताबिक विदेशी फंडिंग गैर कानूनी है. सियासी पार्टियों से जुड़े आर्टिकल 6 के मुताबिक यह गैर कानूनी साबित हुआ है.

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इमरान खान के खिलाफ आए इस फैसले के बाद किसी भी हंगामे से निपटने के लिए सख्त सिक्योरिटी के इंताजाम किए हैं. इलेक्शन कमीशन की तरफ जाने वाले रास्तों को पूरी तरह बंद कर दिया गया है और बाहर भारी तादाद में पुलिस को तैनात किया गया है. 

गलत है चुनाव कमीशन का फैसला- फवाद चौधरी

इलेक्शन कमीशन का फैसला आने के बाद पीटीआई सरकार में कई मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभालने वाले फवाद चौधरी का बड़ा बयान आया है. उन्होंने चुनाव कमीशन के इस फैसले को ही गलत साबित कर दिया है. उन्होंने कहा कि कुछ समझ नहीं आता. क्या ओवरसीज़ पाकिस्तानी को अब दुश्मन समझा जाएगा? उन्होंने कहा कि पार्टी को विदेशों से मिलने वाली यह फंडिंग ओवरसीज़ पाकिस्तानियों की है. उन्होंने कहा कि शुरू से ही कहते आ रहे हैं कि यह विदेशी फंडिंग नहीं. 

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क्या है पूरा मामला

दरअसल 13 नवंबर 2014 को पीटीआई के फाउंडिंग मेंबर अकबर एस बाबर की तरफ से चुनाव कमीशन में यह केस दर्ज किया गया था. जिसकी 8 वर्षीय सुनवाई में पीटीआई ने 30 बार समय मांगा और पीटीआई ने 6 बार केस को सुनवाई लायक ही नहीं समझा. हालांकि चुनाव कमीशन ने इस दौरान पीटीआई से 21 बार दस्तावेज और रिकॉर्ड मांगा. इतना ही नहीं इमरान खान का पार्टी ने इस केस को लड़ने के लिए 9 वकीलों भी बदले. 

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