प्रेगनेंसी ही नहीं, इन 6 कारणों से भी डिले होते हैं पीरियड्स
Reetika Singh
Oct 24, 2024
पीरियड्स मिस होने का कारण पीरियड्स में देरी या पीरियड्स मिस होने का सबसे बड़ा कारण प्रेगनेंसी को माना जाता है. लेकिन अनहेल्दी और बिजी लाइफस्टाइल के कारण भी पीरियड्स डिले हो जाते हैं.
सामान्य पीरियड साइकल जिस दिन से पीरियड्स शुरू होते हैं और अगले पीरियड्स के पहले दिन तक को एक पीरियड साइकल माना जाता है. सामान्य पीरियड साइकल लगभग 28 दिनों का होता है. वहीं नॉर्मल पीरियड साइकल 38 दिनों का भी हो सकता है.
गायनेकोलोजिस्ट की सलाह अगर 1 या 2 महीने से अधिक पीरियड में देरी होती है और ऐसा लगातार हो रहा हो, तो गायनेकोलोजिस्ट में मिलना जरूरी हो जाता है.
6 सामान्य कारण वेट गेन, हार्मोनल डिसबैलेंस जैसे कई कारणों से भी पीरियड्स आने में देरी होती है. इस खबर में हम आपको पीरियड में देरी होने के 6 सामान्य कारण बताएंगे.
थायराइड आपका थायराइड हार्मोन पीरियड साइकल को कंट्रोल करने में मदद करता है. थायराइड हार्मोन डिसबैलेंस होने से पीरियड को हैवी, लाइट या इरेगुलर बना देता है. थायराइड के कारण आपका पीरियड्स महीनों या उससे ज्यादा समय तक रुक सकता है. इस कंडिशन को हम एमेनोरिया कहते हैं.
हाई प्रोलैक्टिन लेवल प्रोलैक्टिन हॉर्मोन ब्रेस्ट फीडिंग, ब्रेस्ट टिश्यू के ग्रोथ और दूध उत्पादन के लिए काम करती है. ब्लड में नॉर्मल लेवल से अधिक प्रोलैक्टिन होने पर पीरियड में देरी कर सकती है. कुछ दवा, इन्फेक्शन, या स्ट्रेस भी प्रोलैक्टिन हॉर्मोन के सीक्रेशन को बढ़ा सकता है.
लो हीमोग्लोबिन लो हीमोग्लोबिन लेवल भी पीरियड में डिले होने का कारण बन सकता है. लो डीमोग्लोबिन एंडोमीट्रियल ग्रोथ पर असर डालता है, जिससे पीरियड देरी से हो सकते हैं. वहीं हीमोग्लोबिन कम होने से शरीर में आयरन कम हो जाता है, जो पीरियड साइकल पर असर डालता है.
मोटापा ज्यादा वजन या मोटापा भी पीरियड साइकल को प्रभावित करता है. वजन बढ़ने से शरीर में एस्ट्रोजन का लेवल बढ़ जाता है, जो कि पीरियड साइकल पर असर डालता है.
फीवर और इन्फेक्शन शरीर में इन्फेक्शन के कारण होने वाला फीवर, यूटीआई के कारण भी पीरियड्स डिले हो सकते हैं.
तनाव पीरियड्स देरी से होने का कारण स्ट्रेसफुल लाइफस्टाइल भी है. स्ट्रेस कोर्टिसोल हॉर्मोन के प्रोडक्शन को बढ़ा देता है, जिससे पीरियड्स डिले हो जाते हैं.
Disclaimer इस खबर में बताई गई बातें सामान्य जानकारी पर आधारित है. किसी प्रकार की समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लें.