Narsinghanand Lost: प्रोफेट मोहम्मद के खिलाफ कथित तौर पर बयानबाजी करने वाले यति निरसिंहानंद के करीबियों ने इल्जाम लगाया है कि उन्हें गैर कानूनी तरीके से हिरासत में रखा गया है. उधर पुलिस ने नरसिंहानंद के बारे में जानकारी होने से इंकार किया है.
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Narsinghanand Lost: उत्तर प्रदेश के जिला गाजियाबाद में मौजूद डासना मंदिर के पुजारी यति नरसिंहानंद ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ हाल ही में कथित तौर पर बयानबाजी की थी. इसके बाद काफी विवाद हुआ. उनके खिलाफ कई मुकदमें दर्ज कराए गए. यति के करीबियों ने दावा किया कि उन्हें हिरासत में लिया गया है. अब उनके समर्थकों ने इल्जाम लगाया है कि यति को गैर कानूनी तरीके से हिरासत में रखा गया है. पुलिस उपायुक्त (ग्रामीण) एन.के. तिवारी ने इल्जामों का खंडन करते हुए कहा कि नरसिंहानंद को न तो गिरफ्तार किया गया है और न ही हिरासत में लिया गया है.
कार्रवाई की मांग
एन.के. तिवा ने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है, जिसके बाद कानून के मुताबिक कार्रवाई शुरू की जाएगी. इस बीच, महाराष्ट्र के ठाणे और तेलंगाना के हैदराबाद सहित दूसरे राज्यों में नरसिंहानंद के खिलाफ और प्राथमिकियां दर्ज की गईं, जबकि उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया. इसके साथ ही शेखपुरा पुलिस चौकी पर पथराव किया गया. कई मुस्लिम संगठनों ने महंत की गिरफ्तारी की मांग की है. बहुजन समाज पार्टी (BSP), नेशनल कॉन्फ्रेंस और समाजवादी पार्टी (SP) जैसे राजनीतिक दलों के नेता भी उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
हिंदू संगठनों की चिंदा
कई हिंदू संगठनों के नेताओं ने गाजियाबाद में मौजूद डासना देवी मंदिर में बैठक कर नरसिंहानंद की सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की. 'यति नरसिंहानंद सरस्वती फाउंडेशन' की महासचिव उदिता त्यागी ने एक बयान में कहा, "हिंदू संगठनों और दूसरे सामाजिक संगठनों ने महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि की अवैध हिरासत पर चिंता जाहिर की है." बैठक में किसान नेता सहदेव त्यागी ने दावा किया कि वेव सिटी पुलिस दबाव में आकर महंत को डासना मंदिर से बम्हेटा गांव स्थित उनके शिष्य राजेश पहलवान के घर ले जाने के लिए निकली. सहदेव ने दावा किया कि पुलिस नरसिंहानंद को "पुलिस लाइन में ले गई और दो दिनों तक अवैध रूप से रखा, लेकिन अब वह वहां नहीं हैं और उन्हें अदालत में भी पेश नहीं किया गया है." उन्होंने कहा कि अगर महंत के साथ कुछ भी गलत होता है, तो इसके लिए पुलिस जिम्मेदार होगी. पुलिस उपायुक्त (ग्रामीण) तिवारी ने कहा कि उन्हें नरसिंहानंद के ठिकाने के बारे में कोई जानकारी नहीं है.