Foreign Media Chandrayaan-3: चंद्रयान-3 ने चांद पर कामयाबी के साथ लैंडिंग की है. इस पर दुनियाभर के मीडिया इदारों ने भारत की तारीफ की हैं. यहां पढ़िए किसने क्या लिखा है.
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Foreign Media Chandrayaan-3: यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) ने बुधवार को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 को उतारने की शानदार कामयाबी पर भारत को मुबारकबाद दी. इस ऐतिहासिक मामले को दुनिया के हर समाचार नेटवर्क का कवरेज मिला है. दुनिया ने भारत की तारीफ इसलिए की, क्योंकि यह अमेरिका, रूस और चीन के बाद चंद्रमा पर स्पेसक्राफ्ट उतारने वाला चौथा और चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला पहला देश बन गया है.
चंद्रयान-3 के जरिए चंद्रमा पर लैंडर विक्रम की सॉफ्ट लैंडिंग से लेकर ISRO की तरफ से इसकी तस्दीक किए जाने तक की तस्वीरें जारी किए जाने के एक घंटा बाद ESA ने एक्स (पहले ट्विटर) पर लिखा, "इसरो और टीम को मुबारकबाद".
USA टुडे, जो अमेरिका में सर्कुलेशन में नंबर एक होने का दावा करता है, ने इस घटना की रिपोर्ट इस तरह की : "चंद्रयान-3 बुधवार को चंद्रमा पर कामयाबी के साथ उतरा, जिससे भारत चंद्रमा की सतह पर अंतरिक्ष यान उतारने वाले चौथे देश के तौर पर इतिहास में दर्ज हो गया."
एक ब्रिटिश समाचार एजेंसी ने भारती की तारीफ करते हुए कहा: "चंद्रयान-3 का लक्ष्य चांद के दक्षिणी ध्रुव, बर्फ या जमे हुए पानी वाला एक इलाका है, जो आने वाले वक्त के चांद मिशनों या वहां पर बनाई जाने वाली कॉलोनी के लिए ऑक्सीजन, ईंधन और पानी का सोर्स हो सकता है."
नासा के ए़डमिनिस्ट्रेशन बिल नेल्सन ने कहा कि अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी भारतीय मिशन से क्या सीखेगी, इसकी "उम्मीद" कर रहे हैं.
नासा के मुताबिक, चंद्रमा का दक्षिणी ध्रुव "रहस्य, विज्ञान और साज़िश" से भरा है. ऐसे गहरे गड्ढे हैं जो अरबों सालों से सूरज की रोशनी से बचे हुए हैं, जहां तापमान -248C (-414F) तक गिर सकता है. वैज्ञानिक चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के आसपास के इलाके में क्या है, इसका पता लगाना चाहते हैं.
ब्रिटेन के नेशनल मीडिया बीबीसी ने इस हैडिंग के साथ इस प्रोग्राम की तारीफ की- "भारत ने दक्षिणी ध्रुव के पास चंद्रयान-3 को उतारकर इतिहास रचा".
एक अमेरिकी समाचार एजेंसी ने इस घटना की तारीफ करते हुए कैप्शन दिया: "भारत ने चांद के दक्षिणी ध्रुव के पास एक अंतरिक्ष यान उतारा, यह दुनिया के लिए पहली बार है, क्योंकि यह खास क्लब में शामिल हो गया है."
मिडिल ईस्ट के एक दूसरे अहम समाचार नेटवर्क, अल जज़ीरा ने भी इस घटना की तारीफ करते हुए कहा : "चंद्रयान -3 ने अंतरिक्ष में इतिहास रचा है. भारत ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास कामयाबी के साथ अंतरिक्ष यान उतारा, ऐसा करने वाला वह पहला देश बन गया."