Investigation against Sambhal DSP Anuj Chaudhary: नए साल के मौके पर संभल के खग्गू सराय इलाके में कार्तिकेय महादेव मंदिर की रथ यात्रा निकाली गई थी. इस रथ यात्रा में वर्दी पहनकर सीओ अनुज चौधरी हनुमान बनकर गदा लेकर जुलूस में आगे- आगे चल रहे थे.
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Investigation against Sambhal DSP Anuj Chaudhary: उत्तर प्रदेश का संभल जिला इन दिनों कई वजहों से चर्चाओं में है. पहले शाही जामा मस्जिद सर्वे और उसके वजह से वहां फैली हिंसा के कारण ये इलाका चर्चा में था. अब संभल के डिप्टी SP अनुज चौधरी की वजह से ये इलाका चर्चा का विषय बना हुआ है. दरअसल, संभल हिंसा के बाद यहाँ कथित तौर पर सालों से बंद पड़े कई मंदिरों को खोला गया. उन मंदिरों के मरम्मत और उनमे पूजा-पाठ शुरू की गई. नए साल के मौके पर संभल के खग्गू सराय इलाके में कार्तिकेय महादेव मंदिर की रथ यात्रा निकाली गई थी. इस रथ यात्रा में वर्दी पहनकर सीओ अनुज चौधरी हनुमान बनकर गदा लेकर जुलूस में आगे- आगे चल रहे थे.
इसका विडियो वायरल होने के बाद अनुज चौधरी की देशभर में आलोचना की गयी थी कि उन्होंने ऐसा करके अपना न सिर्फ साम्प्रदायिक चरित्र दिखा दिया है बल्कि उन्होंने पुलिस मैनुअल का भी खुलेआम उल्लंघन किया है. लोगों ने ये भी सवाल उठाया था कि उत्तर प्रदेश में ही जब एक मुस्लिम सब- इंस्पेक्टर इंतेशार अली की मौलाना की तरह लंबी इस्लामी दाढ़ी रखने के लिए सस्पेंड कर दिया गया था तो सीओ के खिलाफ ऐसी कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है ?
इस घटना के लगभग १० से ज्यादा का वक़्त बीत जाने के बाद अब प्रशासन ने अनुज चौधरी पर कार्रवाई की है, यानी संभल सीओ के खिलाफ पुलिस मैनुअल के तहत जांच की जाएगी. इस मामले में देशभर में चर्चित पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने संभल सीओ के खिलाफ पुलिस मैनुअल का उल्लंघन मानते हुए डीजीपी से शिकायत की थी. अब पुलिस संभल सीओ अनुज चौधरी के खिलाफ जांच करेगी कि अनुज चौधरी ने पुलिस मैनुअल का उल्लंघन किया है या नहीं? अगर अनुज चौधरी पुलिस मैनुअल के तहत दोषी पाए जाते हैं तो उन्हें सस्पेंड किया जाएगा.
इंस्पेक्टर इंतेशार अली के साथ क्या हुआ था?
वाजेह हो कि बागपत के रमाला थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर इंतेशार अली ने लंबी दाढ़ी रखी थी, जिसके बाद बागपत के तत्कालीन एसपी ने इंतजार अली को दाढ़ी कटवाने के लिए तीन बार चेतावनी दी थी, लेकिन सब इंस्पेक्टर इंतजार अली ने दाढ़ी कटवाने से इनकार कर दिया और लंबी दाढ़ी के साथ अपनी ड्यूटी जारी रखी, जिसके चलते बागपत एसपी ने उन्हें निलंबित कर पुलिस लाइन भेज दिया था.
क्या कहता है पुलिस मैनुअल
उत्तर प्रदेश पुलिस मैनुअल और नियमों के अनुसार सिखों को छोड़कर किसी को भी सीनियर अधिकारियों की इजाजत के बिना दाढ़ी रखने की अनुमति नहीं है. पुलिस विभाग के कर्मचारी मूंछ तो रख सकते हैं, लेकिन बिना अनुमति के दाढ़ी नहीं रख सकते. सिर्फ सिख समुदाय के लोग ही बिना अनुमति के दाढ़ी रख सकते हैं, जबकि सिख धर्म के अलावा किसी अन्य धर्म को मानने वाला व्यक्ति अगर ऐसा करता है तो उसे विभाग से अनुमति लेनी होती है. इसी तरह किसी भी पुलिसकर्मी को अपनी धार्मिक पहचान बताने पर प्रतिबंध है.
धार्मिक पहचान रखने की नहीं है इजाजत
उत्तर प्रदेश पुलिस मैनुअल में 10 अक्टूबर 1985 को एक सर्कुलर जोड़ा गया था, जिसके मुताबिक मुस्लिम कर्मचारी एसपी से अनुमति लेकर दाढ़ी रख सकते हैं. हालांकि यूपी पुलिस के 1987 के सर्कुलर में यह भी कहा गया है कि पुलिसकर्मियों को धार्मिक पहचान रखने से मना किया गया है.