Pak Target Killing: क्या भारत ने कराई पाकिस्तान में टारगेट किलिंग्स? विदेश मंत्रालय ने कही ये बात
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Pak Target Killing: क्या भारत ने कराई पाकिस्तान में टारगेट किलिंग्स? विदेश मंत्रालय ने कही ये बात

Pak Target Killings: विदेशी मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तान में हुई टारगेट किलिंग्स भारत के जरिए कराई गई हैं. अब इस मसले में विदेश मंत्रालय का बयान आया है. पढ़ें पूरी खबर

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Pak Target Killings: विदेशी मीडिया भारत पर इल्जाम आयद कर रही है कि मुल्क पाकिस्तान में टारगेट किलिंग्स करा रहा है. इस मामले में विदेश मंत्रालय का बयान आया है इसे "झूठा और दुर्भावनापूर्ण प्रचार" करार दिया है. द गार्जियन की रिपोर्ट में भारत और पाकिस्तान के खुफिया संचालकों के हवाले से दावा किया गया है कि भारत का कदम विदेशी धरती पर रहने वाले आतंकवादियों को खत्म करने की रणनीति का हिस्सा था.

विदेश मंत्रायल ने क्या कहा?

विदेश मंत्रालय ने रिपोर्ट के जवाब में द गार्जियन को बताया कि ये आरोप "झूठे और दुर्भावनापूर्ण भारत विरोधी प्रचार" हैं. मंत्रालय ने विदेश मंत्री एस जयशंकर के पिछले बयान को भी रेखांकित किया जिसमें उन्होंने कहा था कि अन्य देशों में लक्षित हत्याएं "भारत सरकार की नीति नहीं थीं."

रिपोर्ट में क्या लिखा है?

रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ पाकिस्तानी जांचकर्ताओं के जरिए साझा किए गए दस्तावेजों से संकेत मिलता है कि भारत की खुफिया एजेंसी, रॉ (रिसर्च एंड एनालिसिस विंग) ने कथित तौर पर जम्मू में 2019 पुलवामा आतंकी हमले के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक साहसी दृष्टिकोण के तहत विदेशी धरती पर 20 ऐसी लक्षित हत्याएं की हैं. बता दें पुलवामा हमले में 40 जवानों की मौत हुई थी. इस हमले की जिम्मेदारी Jaish-e-Mohammed ने ली थी.

रिपोर्ट में कहा गया है कि 2023 में टारगेट किलिंग्स में काफी बढ़ोतरी हुई है, पाकिस्तान के खुफिया सूत्रों ने भारत पर लगभग 15 लोगों की संदिग्ध मौतों में शामिल होने का आरोप लगाया है, जिनमें से अधिकांश को अज्ञात बंदूकधारियों ने करीब से गोली मारी है. पाकिस्तानी जांचकर्ताओं के मुताबिक, ये मौतें ज्यादातर संयुक्त अरब अमीरात से संचालित भारतीय खुफिया स्लीपर सेल के जरिए कराई गई थीं. हालांकि विदेश मंत्रालय ने इसे सिरे से खारिज  कर दिया है.

मोसाद और केजीबी से प्रेरणा

एक भारतीय खुफिया संचालक का हवाला देते हुए, रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया कि भारत ने इजरायल की मोसाद और रूस की केजीबी जैसी खुफिया एजेंसियों से प्रेरणा ली है, जो विदेशी धरती पर न्यायेतर हत्याओं से जुड़ी हुई हैं.  रिपोर्ट में कहा गया है विश्लेषकों का मानना है कि पाकिस्तानी अधिकारी सार्वजनिक रूप से हत्याओं को स्वीकार करने में अनिच्छुक रहे हैं क्योंकि अधिकांश निशाने पर ज्ञात आतंकवादी और गैरकानूनी आतंकवादी समूहों के सहयोगी थे.

भारत के साथ रिश्ते बेहतर होने की उम्मीद

बता दें, पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को प्रायोजित करने, कथित तौर पर भारत द्वारा घोषित आतंकवादियों को पनाह देने के कारण पिछले कई सालों से पाकिस्तान और भारत के बीच संबंध खराब हो रहे हैं. जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, इस बीच, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भारत में आगामी आम चुनाव खत्म होने के बाद भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों में बेहतरी की उम्मीद जताई है.

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