UCC Bill: यूनीफॉर्म सिविल कोड को लेकर काफी विवाज छिड़ा हुआ है. अब इस मसले को लेकर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का बयान आया है. उन्होंने कहा है कि वह शरई कोर्ट खोलना जारी रखेंगे.
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UCC Bill: देश में यूनिफॉर्म सिविल को लेकर काफी विवाद चल रहा है. कई मुस्लिम तंजीमें इसका विरोध कर रहे हैं. अब यूनीफॉर्म सिविल कोड को लेकर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने अपनी मुहीम तेज कर दी है. मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के एक डेलीगेशन ने कांग्रे चीफ मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की और यूसीसी को लेकर अपनी बात रखी. इस मामले को लेकर कांग्रेस ने बोर्ड का समर्थन किया है.
आपको जानकारी के लिए बता दें बोर्ड ने मल्लिकार्जुन खड़गे शरद पवार और उद्धव ठाकरे से बातचीत की थी. रिपोर्ट्स के अनुसार तीनों ने ही बोर्ड को अपना समर्थन देने की बात कही थी. बताया जा रहा है कि अब बोर्ड पीएम मोदी से मुलाकात कर सकता है. लॉ बोर्ड मुस्लिमों से यूनीफॉर्म सिविल कोड का विरोध करने की बात करता रहा है.
इस मामले को लेकर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का कहना है कि उन्होंने मल्लिकार्जुन खड़गे, शरद पवार और उद्धव ठाकरे से मुलाकात की है. इस पर उद्धव ठाकरे ने कहा है कि सबकी सबमति से ही कानून बनना चाहिए. जब तक सबकी सहमति इसमें शामिल ना हो यह कानून नहीं बनना चाहिए और इसमें अल्पसंख्यक भी शामिल हैं.
इसके अलावा लॉ बोर्ड रे प्रवक्ता ने कहा कि वह शरद पवार से भी मुलाकात कर चिके हैं. वह भी यूसीसी के पक्ष में नहीं हैं. हम इस मामले में पीएम मोदी से वर्त मांगेगे. अगर वह वक्त देते हैं तो हम मिलेंगे. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार प्रवक्ता कासिम रसूल इलियास ने कहा कांग्रेस ने हमे कहा है कि हमारी बातों का संज्ञान लिया जाएगा. जब यूसीसी संसद में आएगा तो वह उनकी बातों का ध्यान रखेंगे.
रिपोर्ट्स के अनुसार लॉ बोर्ड के प्रवक्ता ने कहा कि "हम शरई अधालतें खोलना जारी रखेंगे. अभी देश में 100 से ज्यादा शरई अदालते हैं. जहां भी मुस्लिम आबादी है वहां शरई अदालतें खोलना हमारा प्लान है."