Kashmir Flood: जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं, वहीं कई जगहों पर भारी बर्फबारी हुई है. स्कूलों को बंद कर दिया गया है और यूनिवर्सिटी एग्जाम स्थगित कर दिए गए हैं
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Kashmir Flood: पिछले तीन दिनों से कश्मीर घाटी के मैदानी इलाकों में लगातार भारी बारिश जारी है. जिसकी वजह से बाढ़ आ गई है और लैंडस्लाइंड्स भी हुई हैं. कुपवाड़ा और हंदवाड़ा में कई निचले इलाकों में पानी भर गया है. इस बीच, गुलमर्ग और मुगल रोड समेत घाटी के ऊपरी इलाकों में भारी बर्फबारी हुई है, जिससे इलाके में ठंड वापस लौट आई है. मंगलावर तक वैली के सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया गया है.
इलाकाई मौसम विभाग ने कम से कम मंगलवार शाम तक पूरे जम्मू-कश्मीर में गीला मौसम जारी रखने का ऐलान किया है. हालांकि, मंगलवार शाम से मौसम में सुधार होने की संभावना है, और यह "1 मई से 5 मई तक कोई बड़ी गतिविधि नहीं होने के साथ आम तौर पर शुष्क रहेगा".
मूसलाधार बारिश की वजह से, झेलम नदी मंगलवार सुबह श्रीनगर में बाढ़ के स्तर को पार कर गई है. पानी का स्तर बढ़ने की वजह से कुपवाड़ा जिले में पोहरू नाला सहित सभी प्रमुख नदियां और नाले भारी बारिश की वजह से खतरे के निशान के करीब बह रहे हैं. स्थानीय प्रशासन ने झेलम और कश्मीर के अन्य जल निकायों में जल स्तर की निगरानी के लिए एक कंट्रोल रूम तैयार किया है.
हंदवाड़ा और कुपवाड़ा कस्बों के कुछ इलाकों में पानी भर गया है, जिसकी वजह से जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बचाव अभियान चलाने के लिए स्थानीय पुलिस, सेना, सीआरपीएफ और एसडीआरएफ को तैनात किया है. अनंतनाग के काजीगुंड इलाके में अचानक आई बाढ़ से नवा बोनिगाम पुल भी आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गया है.
कश्मीर विश्वविद्यालय ने भी मंगलवार को होने वाले सभी एग्जाम स्थगित कर दिए हैं. इस बीच, नियंत्रण रेखा के साथ-साथ कश्मीर घाटी के पहाड़ी इलाकों में ताजा बर्फबारी की सूचना मिली है. कारगिल की द्रास घाटी और बांदीपोरा के गुरेज़ में मंगलवार सुबह तक 10 से 12 इंच बर्फबारी दर्ज की गई है.