Wrestling controversy: सोशल मीडिया साइट एक्स पर अपना पद्मश्री लौटाने के फैसले का ऐलान करते हुए, वीरेंद्र ने क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर और स्टार-भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा से खिलाड़ियों और डब्ल्यूएफआई के बीच चल रहे मतभेद पर अपना फैसला लेने लिए भी सवाल किया.
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Wrestling controversy: ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पुनिया ने 22 दिसंबर को पीएम नरेंद्र मोदी को अपना 'पद्मश्री' पुरस्कार लौटाने का ऐलान किया था और अपना 'पद्मश्री' कर्तव्य पथ पर रखकर लौट गए. इसके एक दिन बाद 2005 ग्रीष्मकालीन डिफ्लंपिक्स के गोल्ड मेडल विजेता वीरेंद्र सिंह यादव ने एलान किया है कि वह लोकसभा सांसद और भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व चीफ बृजभूषण सिंह के करीबी सहयोगी संजय सिंह के भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष के रूप में चुने जाने विरोध में भी ऐसा ही करेंगे.
वीरेंद्र सिंह यादव, जिन्हें गूंगा पहलवान के नाम से भी जाना जाता है, उनको 2021 में प्रतिष्ठित 'पद्मश्री' पुरस्कार मिला था. इससे पहले, उन्हें 2015 में प्रतिष्ठित अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. 22 दिसंबर को पुनिया ने विरोध स्वरूप 'पद्मश्री' पुरस्कार पीएम आवास के पास फुटपाथ पर रख दिया और वहां से चले गए. पुनिया ने दिल्ली पुलिस से कहा, ''मैं 'पद्मश्री' पुरस्कार उस व्यक्ति को दूंगा जो इसे पीएम मोदी तक लेकर जाएगा.''
सचिन तेंदुलकर और नीरज चोपड़ा को लेकर कही ये बात
सोशल मीडिया साइट एक्स पर अपना पद्मश्री लौटाने के फैसले का ऐलान करते हुए, वीरेंद्र ने क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर और स्टार-भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा से खिलाड़ियों और डब्ल्यूएफआई के बीच चल रहे मतभेद पर अपना फैसला लेने लिए भी सवाल किया. वीरेंद्र सिंह ने एक्स पर लिखा, “मैं अपनी बहन और देश की बेटी के लिए पद्मश्री सम्मान भी लौटाऊंगा, माननीय श्री नरेंद्र मोदी सर, मुझे आपकी बेटी और मेरी बहन साक्षी मलिक पर गर्व है.'' उन्होंने अपने पोस्ट में कहा, "लेकिन क्यों...? लेकिन मैं देश के शीर्ष खिलाड़ियों से भी अनुरोध करूंगा कि वे भी अपना फैसला लें @sachin_rt @Neeraj_chopra1,''
साक्षी मलिक कुश्ती छोड़ने का किया ऐलान
गुरुवार को, 2016 रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक ने डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष के रूप में संजय सिंह के चुनाव के बाद कुश्ती छोड़ने की घोषणा की. साक्षी ने रोते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस छोड़ने से पहले अपने जूते उतारकर मंच पर रख दिए. भावुक साक्षी ने कहा, "मैं निराश हूं और अब कुश्ती में प्रतिस्पर्धा नहीं करूंगी."
खेल मंत्रालय ने क्या कहा?
खेल मंत्रालय ने आज यानी 23 दिसंबर को कहा कि भारतीय कुश्ती महासंघ के चीफ के रूप में संजय सिंह के इलेक्शन के विरोध में बजरंग पुनिया का पद्मश्री पुरस्कार लौटाने का फैसला व्यक्तिगत है, लेकिन फिर भी उन्हें इस कदम पर पुनर्विचार करने के लिए मनाने की कोशिश की जाएगी. मंत्रालय के एक अधिकारी ने मीडिया को बताया, "पद्मश्री लौटाना बजरंग पुनिया का निजी फैसला है. डब्ल्यूएफआई चुनाव निष्पक्ष और लोकतांत्रिक तरीके से हुए थे." उन्होंने कहा, "हम अब भी बजरंग को पद्मश्री लौटाने के अपने फैसले को पलटने के लिए मनाने की कोशिश करेंगे."
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