हिन्दू धर्म पर दिए बयान के विवाद में कूदा सूफ़ी बोर्ड; बोला, "ऐसे बयानों से ख़ुश नहीं होंगे मुसलमान"
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हिन्दू धर्म पर दिए बयान के विवाद में कूदा सूफ़ी बोर्ड; बोला, "ऐसे बयानों से ख़ुश नहीं होंगे मुसलमान"

Swami Prasad Maurya Controversial Statement: समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के हिन्दू धर्म पर दिए विवादित बयान पर हंगामा मच गया है. सूफी इस्लामिक बोर्ड के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने अंदेशा जाहिर करते हुए कहा कि, कहीं स्वामी प्रसाद मौर्य का ताल्लुक विदेशी ताकतों से तो नहीं, जो देश का माहौल खराब करना चाहती हैं. 

 

हिन्दू धर्म पर दिए बयान के विवाद में कूदा सूफ़ी बोर्ड; बोला, "ऐसे बयानों से ख़ुश नहीं होंगे मुसलमान"

Kashish Warsi On Swami Prasad Maurya Statement: समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के हिन्दू धर्म वाले बयान पर लोग अपने-अपने ख्यालात का इजहार कर रहे हैं. इस कड़ी में सूफी इस्लामिक बोर्ड के राष्ट्रीय प्रवक्ता कशिश वारसी ने एसपी नेता पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा, जो हिंदू धर्म से ताल्लुक रखते हुए ऐसा बयान देता है , उसके डीएनए टेस्ट की जांच हो, क्योंकि कोई भी हिंदू अपने धर्म पर उंगली नहीं उठाएगा. कशिश वारसी ने देश और प्रदेश की सरकारों से अपील करते हुए कहा कि एजेंसियों से स्वामी प्रसाद मौर्य की जांच कराई जाए.

मुसलमानों की आंखें खुल चुकी हैं: कशिश वारसी
सूफी इस्लामिक बोर्ड के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने अंदेशा जाहिर करते हुए कहा कि, कहीं स्वामी प्रसाद मौर्य का ताल्लुक विदेशी ताकतों से तो नहीं, जो देश का माहौल खराब करना चाहती हैं. उन्होंने कहा कि अब ऐसे बयानों से मुसलमान खुश नहीं होंगे, क्योंकि उनकी आंखे खुल चुकी हैं. अब मुसलमान ऐसे बयानों का बायकॉट करेंगे. कशिश वारसी ने मुतालबा किया कि ऐसे बयानों पर रोक लगनी चाहिए. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि,जो आदमी अपने मजहब का नहीं हुआ, वो किसी और का क्या होगा. उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए.

स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयान पर हंगामा
बता दें कि, सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक विवादित बयान दिया है. उन्होंने हिंदू मजहब को एक धोखा बताया है. स्वामी प्रसाद ने कहा कि ब्राह्मणवाद की जड़ें काफी गहरी हैं और ब्राह्मण मजहब को ही हिंदू धर्म कहा जा रहा है. हिंदू धर्म दरअसल, पिछड़ों, आदिवासियों और दलितों को मकड़जाल में फंसाने की एक साजिश है. हिंदू अगर एक मजहब होता तो वहां दलितों और पिछड़ों की भी इज्जत होती. इनको अलग करने की वजह ब्राह्मणवाद ही है. हिंदू नाम का कोई मजहब है ही नहीं, हिंदू मजहब केवल धोखा है. स्वामी के इस बयान से काफी बवाल मच गया. सत्ता पर काबिज पार्टी भाजपा उनके बयान से आग बबूला हो गई है.

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