Meerut News: आज यानी 26 जुलाई की सुबह परतापुर काशी टोल प्लाजा के पास हुई, जहां कांवड़िये जल लेकर आ रहे थे, तभी गलत साइड से आ रही एक कार ने उनकी कांवड़ को टक्कर मार दी, जिससे कांवड़ टूट गई.
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Meerut News: उत्तर प्रदेश के मेरठ में कांवड़ियों ने सड़क पर एक कार में तोड़फोड़ की. इसके साथ ही कार में सवार चार मुस्लिम लोगों की पिटाई भी की. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. कांवड़ियों का आरोप है कि कार गलत साइड से आ रही थी और उसने हरिद्वार से जल लेकर लौट रहे कांवड़ियों को टक्कर मार दी, जिससे उनकी कांवड़ टूट गई.
मेरठ में कांवड़ियों द्वारा कार तोड़ने का Live Video -
कार में 4 मुस्लिम युवक सवार थे। कांवड़ियों ने जैसे ही डंडे बरसाने शुरू किए, 3 युवक उतरकर भाग निकले। एक युवक हाथ आ गया। उसकी खूब पिटाई हुई।
कांवड़ियों का आरोप है कि कार चालक ने टक्कर मारकर कांवड़ खंडित कर दी। https://t.co/4J4LFpU0DN pic.twitter.com/TztXZnyBK9
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) July 26, 2024
मुस्लिम शख्स की पिटाई
कांवड़ टूटने पर कांवड़ियों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया. उन्होंने कार में तोड़फोड़ शुरू कर दी. कार सवारों ने भागने की कोशिश की तो उन्हें दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया. कार सवार चार मुस्लिम शख्स थे. बीच सड़क पर हुई इस घटना से मौके पर अफरा-तफरी मच गई.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, घटना आज यानी 26 जुलाई की सुबह परतापुर काशी टोल प्लाजा के पास हुई, जहां कांवड़िये जल लेकर आ रहे थे, तभी गलत साइड से आ रही एक कार ने उनकी कांवड़ को टक्कर मार दी, जिससे कांवड़ टूट गई. इस घटना से कांवड़िये भड़क गए और कार में तोड़फोड़ कर दी. इसके साथ ही कार में सवार लोगों की जमकर पिटाई भी की. वीडियो में यह साफ दिख रहा है. किसी तरह से उन्होंने भागकर अपनी जान बचाई. हालांकि, एक व्यक्ति को पकड़ लिया गया और उसकी बुरी तरह पिटाई की गई. घटना की खबर मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची. कांवड़ियों को समझा-बुझाकर शांत कराया गया.
सिटी एसपी ने क्या कहा?
मेरठ एसपी सिटी आयुष विक्रम ने बताया, "मामला थाना परतापुर इंटरचेंज के पास का है, जहां एक्सीडेंट हुआ है. एक कार गलत साइड से आ रही थी और सड़क पर चल रहे लोगों को छू गई. इसी वजह से उनमें झड़प हो गई. कार का शीशा टूट गया. खबर मिलते ही हमारी टीम मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को शांत कराया. बातचीत के बाद दोनों पक्ष कोई कार्रवाई नहीं चाहते थे, इसलिए उन्हें वहां से भेज दिया गया."