राम मंदिर निर्माण में मोहम्मद रमज़ान कर रहे हैं संगमरमर पत्थर की आपूर्ति; मुस्लिम कारीगर करते हैं नक़्क़ाशी
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राम मंदिर निर्माण में मोहम्मद रमज़ान कर रहे हैं संगमरमर पत्थर की आपूर्ति; मुस्लिम कारीगर करते हैं नक़्क़ाशी

Ayodhya News: राजस्थान के मकराना में राम मंदिर की तामीर से जुड़ने पर मुस्लिम समुदाय ने खुशी का इजहार किया. हाजी अब्दुल कय्यूम ने बताया कि राम मंदिर निर्माण का हिस्सा बनकर काफी खुशी हो रही है. इससे देश में भाईचारे और एकता का संदेश जा रहा है.

 

राम मंदिर निर्माण में मोहम्मद रमज़ान कर रहे हैं संगमरमर पत्थर की आपूर्ति; मुस्लिम कारीगर करते हैं नक़्क़ाशी

Muslim Ram Mandir Construction: अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए संगमरमर की सप्लाई करने वाले मकराना के एक बिजनेसमैन सेठ मोहम्मद रमजान खुद को इस बात के लिए लकी मान रहे हैं कि उन्हें मंदिर के निर्माण से जुड़ने का मौका मिला. राम मंदिर निर्माण के लिए ज्यादातर संगमरमर राजस्थान में मकराना के मुस्लिम ताजिरों से खरीदा गया है और खदानों से संगमरमर निकालने वाली कंपनी भी मकराना के एक मुस्लिम उद्योगपति की है. इतना ही नहीं राम मंदिर के लिए डिजाइन तैयार करने से लेकर नक्काशी में जुटे अधिकांश कारीगर मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक रखते हैं.

राम मंदिर के लिए संगमरमर की सप्लाई करने वाली कंपनी के मालिक सेठ मोहम्मद रमजान ने न्यूज एजेंसी को बताया कि, वो राम मंदिर तीर्थ ट्रस्ट और राम मंदिर निर्माण से जुड़ी कंपनी के शुक्रिया अदा करते हैं, जिन्होंने हमें चुना. अयोध्या में राम मंदिर के लिए ज्यादातर संगमरमर यहीं से जा रहा है जो बेहतरीन क्वालिटी का है. उन्होंने बताया कि रामलला मंदिर के गर्भगृह में संगमरमर लगाने का काम पूरा हो गया है और नवंबर तक पहली मंजिल का काम भी पूरा हो जायेगा. मोहम्मद रमजान ने कहा, हम डेढ़ साल से सफेद संगमरमर की सप्लाई कर रहे हैं और नवंबर के आखिर तक मंदिर में मार्बल की फिटिंग का काम पूरा हो जायेगा.

राजस्थान के छोटे से शहर मकराना के मुस्लिम बिजनेसमैन न सिर्फ संगमरमर की सप्लाई कर रहे हैं बल्कि अयोध्या में मंदिर के डिजाइन में भी मदद कर रहे हैं. मकराना में मुस्लिम कारीगर राम मंदिर के लिए संगमरमर पर नक्काशी कर रहे हैं, जिसका डिजाइन अहमदाबाद के वास्तुकार सोमपुरा चंद्रकांत ने तैयार किया है. शिल्पकार अब्दुल गनी अस्ताजी ने बताया कि हमारे यहां से तकरीबन डेढ़ दो साल से सफेद संगमरमर अयोध्या जा रहा है. अस्ताजी ने बताया कि वह बरसों से राम मंदिर से जुड़े हैं और इसका हिस्सा बनकर उन्हें बहुत अच्छा लग रहा है.

वहीं, मार्बल का खनन करने वाली कंपनी के मालिक हाजी अब्दुल कय्यूम ने बताया कि राम मंदिर के निर्माण से जुड़ा काम जब से हमारे यहां आया है, पूरे मकराना में खुशहाली आ गई है. हजारों मजदूरों को काम मिला और हजारों परिवारों को रोजी रोटी मिली. मार्बल की मांग भी ज्यादा बढ़ गई है, हर जगह मंदिरों और अन्य स्थानों में मार्बल लगाया जा रहा है. उससे हमें बहुत बड़ा रोजगार मिला है. कय्यूम ने बताया, राम मंदिर निर्माण का हिस्सा बनकर मुझे काफी खुशी हो रही है. इससे देश में भाईचारे और एकता का संदेश जा रहा है.

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