गाजा हिंसा के बीच ऑस्ट्रेलिया का बड़ा बयान; कहा, "फिलिस्तीन को दी जाए मुल्क के तौर पर मान्यता"
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गाजा हिंसा के बीच ऑस्ट्रेलिया का बड़ा बयान; कहा, "फिलिस्तीन को दी जाए मुल्क के तौर पर मान्यता"

Australia on Palestine: गाजा में हिंसा में अब तक 33 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, 76 हजार लोग जख्मी हो गए हैं. इस बीच ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री ने बड़ा बयान दिया है. पूरी खबर पढ़ने के लिए नीचे स्क्रॉल करें. 

गाजा हिंसा के बीच ऑस्ट्रेलिया का बड़ा बयान; कहा, "फिलिस्तीन को दी जाए मुल्क के तौर पर मान्यता"

Australia on Palestine: गाजा हिंसा के बीच ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा, "फिलिस्तीनी इलाके को मुल्क के तौर पर मान्यता देने का सुझाव दिया है, ताकि शांति के रास्ते पर आगे बढ़ा जा सके." हालांकि, पेनी वॉन्ग ने कहा कि फिलिस्तीन पर शासन में हमास की कोई भूमिका नहीं होनी चाहिए.

वहीं, ऑस्ट्रेलिया में विपक्ष के साथ ही जायनिस्ट फेडरेशन ऑफ ऑस्ट्रेलिया दोनों का ही कहना है कि इस तरह का कदम जल्दबाजी होगा. लंबे वक्त से ऑस्ट्रेलिया का ये रुख रहा है कि फिलिस्तीनी इलाके को मान्यता इजराइल के साथ मिलकर दो राष्ट्र समाधान के जरिए ही सकती है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री वॉन्ग के बयान में ब्रिटेन विदेश मंत्री डेविड कैमरन ने भी बीते दिनों ऐसा ही बयान दिया था.

फिलिस्तीन को दी जाए मान्यता
कैमरन ने भी इशारा दिया था कि इजराइल की मदद के बिना ही ब्रिटेन फिलिस्तीन को मान्यता दे सकता है. ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने हाल के महीनों में लगातार हमास और गाजा के खिलाफ जंग पर मुखरता से अपनी चिंता जाहिर की है. देर रात पेनी वॉन्ग ने कहा, "दो राष्ट्र समाधान यानी जहां फिलिस्तीन और इजराइल दो अलग मुल्क के तौर पर रहेंगे ही इस कभी ख़त्म न होने वाली हिंसा के चक्र को तोड़ने की उम्मीद है."

ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री ने नेतन्याहू को लेकर क्या कहा?
उन्होंने कहा, "इस रुख को अपनाने में सभी पक्षों के असफल रहने और इसराइली पीएम बिन्यामिन नेतन्याहू की फिलिस्तीन को अलग राष्ट्र का दर्जा देने के मुद्दे पर बात तक न करने से व्यापक स्तर पर रोष पैदा हुआ है. इसलिए इंटरनेशनल कॉमिनिटी अब फिलिस्तीनी इलाके को मुल्क मानने के सवाल पर विचार कर रहा है ताकि द्वि-राष्ट्र समाधान के मुद्दे पर तेज़ी लाने में मदद मिले."

लोग हो रहे हैं भूखमरी के शिकार
वाजेह हो कि गाजा में हिंसा में अब तक 33 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, 76 हजार लोग जख्मी हो गए हैं. इस हिंसा की वजह से लाखों लोग रिफ्यूजी कैंप में रहने को मजबूर हैं. इस बीच यूएन ने दावा किया है कि गाजा हिंसा की वजह से वहां लोग भूखमरी के शिकार हो रहे हैं, जिससे मानवीय संकट पैदा हो गया है. 

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