एक्सपर्ट्स ने वायु प्रदूषण को बताया कैंसर का प्रमुख कारण, जानें कैसे?
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एक्सपर्ट्स ने वायु प्रदूषण को बताया कैंसर का प्रमुख कारण, जानें कैसे?

शहरी केंद्रों में हवा की गुणवत्ता की बात करें तो स्थिति बद से बदतर होती जा रही है, जबकि वैज्ञानिक शोधों ने पुष्टि की है कि खराब हवा की स्थिति कैंसर का कारण बन रही है.

एक्सपर्ट्स ने वायु प्रदूषण को बताया कैंसर का प्रमुख कारण, जानें कैसे?

Air Pollution: शहरी केंद्रों में हवा की गुणवत्ता की बात करें तो स्थिति बद से बदतर होती जा रही है, जबकि वैज्ञानिक शोधों ने पुष्टि की है कि खराब हवा की स्थिति कैंसर का कारण बन रही है. बेंगलुरु के फोर्टिस अस्पताल के सर्जिकल ऑन्कोलॉजी विभाग और रोबोटिक और लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के डायरेक्टर डॉ संदीप नायक ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में कैंसर के कारण वायु प्रदूषण धीरे-धीरे केंद्र में स्थानांतरित हो रहा है.

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विशेषज्ञों की टीम ने पाया वायु प्रदूषण को कैंसर का कारण

आईएएनएस से बात करते हुए, उन्होंने कहा, अनुमान है कि वायु प्रदूषण, सेकेंड हैंड स्मोक, रेडॉन, अल्ट्रावॉयलेट रेडिएशन, एस्बेस्टस, कुछ केमिकल्स और अन्य प्रदूषकों के संपर्क में आने से बेंगलुरु सहित भारत में सभी कैंसर के 10 प्रतिशत से अधिक मामले सामने आते हैं. उन्होंने समझाया कि पिछले दशकों में इस बात के प्रमाण बढ़ रहे हैं कि वायु प्रदूषण कई प्रकार के कैंसर से जुड़ा हुआ है. साल 2013 में, विश्व स्वास्थ्य संगठन की इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर (आईएआरसी) के लिए काम करने वाले अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों की एक टीम ने उपलब्ध सभी शोधों को देखा और निष्कर्ष निकाला कि वायु प्रदूषण मनुष्यों में कैंसर का कारण बनता है, विशेष रूप से, लंग कैंसर का.

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धूल जैसे छोटे कण भी हैं नुकसानदायक

उन्होंने कहा, जब कैंसर के खतरे की बात आती है, तो अब तक के शोध से पता चलता है कि धूल जैसे छोटे कण एक मीटर चौड़े तथाकथित 'पार्टिकुलेट मैटर' मुख्य रुप से जिम्मेदार पाए जाते हैं. विशेष रूप से, एक मीटर के 2.5 मिलियनवें हिस्से से कम के सबसे छोटे कण, जिन्हें पीएम 25 के रूप में जाना जाता है. ये प्रदूषण के कारण होने वाले कैंसर के पीछे की मुख्य वजह हैं. ये मुख्य रूप से डीजल इंजनों से निकलने वाले उत्सर्जन में पाए जाते हैं. आईएआरसी ने जो कुछ तय किया है, वह मनुष्यों में कैंसर का कारण बनता है. लैंसेट में प्रकाशित वर्तमान शोध में सामने आया है कि कैसे पीएम 2.5 घातक प्रतिक्रियाओं के कारण कैंसर का कारण बन सकता है.

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