Baba Siddique Murder Case: बाबा सिद्दीकी हत्याकांड का रहस्य गहराता जा रहा है. कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने 13 सितंबर को NCP नेता की हत्या की जिम्मेदारी ली थी. लेकिन एक फिल्म समीक्षक के पोस्ट ने इस घटना की गुत्थी को और उलझा दिया है. उन्होंने दावा किया है कि बाबा सिद्दीकी की हत्या में डी कंपनी यानी दाऊद इब्राहीम गैंग का हाथ है.
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Baba Siddique Murder Case: महाराष्ट्र के कद्दावर नेता बाबा सिद्दीकी की शनिवार देर रात तीन हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी. तीन में से दो हमलावरों को अरेस्ट कर लिया गया है, जबकि तीसरा आोरपी अब भी फरार है. मुंबई पुलिस की स्पेशल टीम घटना की जांच कर रही है, लेकिन इस हत्याकांड का रहस्य लगातार गहराता जा रहा है. हालांकि, रविवार को कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने इस हत्याकांड की जिम्मेदारी ली थी. लेकिन एक फिल्म समीक्षक के पोस्ट ने इस घटना की गुत्थी को और उलझा दिया है.
बाबा सिद्दीकी के मर्डर में जितना दिख रहा है उससे कहीं ज्यादा पेंच है. बाबा के कथित तौर पर अंजर वर्ल्ड दाऊद इब्राहिम की 'डी कंपनी' से रिश्ते थे. कुछ मीडिया रिपोर्टों में यह भी दावा किया गया है कि 1990 के दशक के के बाद शहर पर 'डी कंपनी' की घटती पकड़ के दौर में NCP नेता अंडरवर्ल्ड और बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री के बीच की अहम कड़ी बने थे.
सिद्दीकी मर्डर में डी कंपनी का हाथ!
सोशल मीडिया पर केआरके के नाम से मशहूर फिल्म समीक्षक कमाल आर. खान ( Kamal R Khan ) ने बाबा की हत्या के बाद सोशल मीडिया हैंडल 'X' पर एक पोस्ट किया है. उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा है कि 'डी कंपनी' ने साल 2013 में बाबा सिद्दीकी को धमकाया और उनसे एक प्रॉपर्टी छोड़ने को कहा.
दरअसल, उन्होंने उस मामले की तरफ इशारा किया जब अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा शकील के एक सहयोगी और एक बिजनेसमैन को 2013 में कांग्रेस MLA बाबा सिद्दीकी को धमकाने के इल्जाम में मकोका के तहत अरेस्ट किया गया था. यह वही साल था जब बॉलीवुड के दो सुपरस्टार्स सलमान खान और शाहरुख खान के बीच 5 साल के झगड़े के बाद बाबा सिद्दीकी की इफ्तार पार्टी में फिर दोस्त बन गए थे.
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KRK का दावा, बाबा की इन दो वजहों से हुई हत्या
डी कंपनी के धमकी के बाद बाबा सिद्दीकी ने आधिकारिक तौर पर पुलिस में इसकी शिकायत भी दर्ज कराई थी और उन्हें पुलिस सुरक्षा भी मिली थी. KRK ने दावा किया है, "डी कंपनी ने उन्हें दो वजहों से खत्म किया होगा. पहला यह है कि वह कुछ संपत्तियां नहीं छोड़ रहे थे और दूसरा यह साबित करने के लिए कि डी कंपनी अब भी मुंबई में किसी को भी खत्म कर सकती है."
महाराष्ट्र में जल्द होने हैं चुनाव
मुंबई में हुई इस हाई-प्रोफाइल हत्याकांड ने कानून-व्यवस्था की स्थिति पर ऐसे वक्त में सवाल खड़े कर दिए हैं, जब महाराष्ट्र में एक-दो महीने में असेंबली इलेक्शन होने हैं. बाबा सिद्दीकी की हत्या दो अलग-अलग ग्रुप्स 'डी कंपनी और लॉरेंस बिश्नोई' गिरोह के बीच बढ़ते सत्ता संघर्ष को भी उजागर कर रही है.