Himachal Tourism: सैलानियों की पहली पसंद बन रहा हिमाचल, साल 2023 में रिकॉर्ड तोड़ पहुंचे टूरिस्ट
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Himachal Tourism: सैलानियों की पहली पसंद बन रहा हिमाचल, साल 2023 में रिकॉर्ड तोड़ पहुंचे टूरिस्ट

Shimla News: टूरिज्म डिपार्टमेंट डायरेक्टर, मानसी सहाय ने बताया कि साल 2018 से लेकर साल 2023 तक में सैलानियों की पहली पसंद हिमाचल बनी. जानें पूरा डाटा. 

Himachal Tourism: सैलानियों की पहली पसंद बन रहा हिमाचल, साल 2023 में रिकॉर्ड तोड़ पहुंचे टूरिस्ट

Himachal Pradesh Tourism: हिमाचल प्रदेश में मानसून के दौरान सबसे अधिक क्षेत्र पर्यटन का प्रभावित हुआ था. राज्य की आय का मुख्य स्रोत पर्यटन माना जाता है, लेकिन मानसून के दौरान आई आपदा ने काफी ज्यादा प्रभावित किया है और इससे पहले अगर हम देखें तो 2019-2020 के दौरान कोविड के समय में सबसे ज्यादा पर्यटन प्रभावित हुआ. बावजूद इसके आंकड़ों में बढ़ोतरी हुई है.

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टूरिज्म डिपार्टमेंट डायरेक्टर, मानसी सहाय ने बताया कि हिमाचल में सैलानी ज्यादा से ज्यादा संख्या में पहुंच रहे हैं. हालांकि मानसून के दौरान राज्य का पर्यटन प्रभावित होने के बाद भी 2023 में 2018 के बाद सबसे ज्यादा सैलानियों ने हिमाचल प्रदेश का रुख किया है. 

मानसी सहाय ने बताया कि टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए पूरे प्रदेश भर में अलग-अलग स्थान पर इवेंट कराए जा रहे हैं. पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य में पैराग्लाइडिंग, स्क्रीन वॉटर एक्टिविटीज, कल्चरल प्रोग्राम्स कराई जा रहे हैं. ताकि पर्यटक आकर्षित होकर हिमाचल का रुख करें. 

ज़ी न्यूज के साथ खास बातचीत में मानसी सहाय ने बताया कि और राज्य में बहुत सारी ऐसी जगह हैं. जहां पर टूरिज्म स्पॉट के रूप में जिन्हें विकसित किया जा सकता है. उसके लिए भी विभाग प्रयास कर रहा है. उन्होंने बताया कि होमस्टे स्कीम से ग्रामीण टूरिज्म में बढ़ावा मिल रहा है. पिछले कई सालों में इसे लेकर अच्छा रिस्पांस मिला है. लोग अब शहर से ज्यादा पहाड़ों के गांव को देखना पसंद कर रहे हैं. 

विंटर सीजन में पर्यटक हिमाचल प्रदेश की संस्कृति से रूबरू हो सके, इसके लिए भी विभाग ने शिमला में विंटर कार्निवल का आयोजन किया. अलग-अलग स्थान पर प्रदर्शनियों के माध्यम से फूड फेस्टिवल आयोजित किए गए. जिससे पर्यटक हिमाचल की संस्कृति को समझ सके. आइए अब आपको दिखाते हैं साल 2018 से साल 2023 तक  फॉरेनर और देश के कितने लोगों ने हिमाचल का रूख किया..

जानकारी के अनुसार, फॉरेनर साल 2018 में पैंतीस हजार छह सौ छप्पन पहुंचे. वहीं, भारतीय साल 2018 में एक करोड़ साठ लाख तिरानवे हजार नौ सौ पैंतीस रहे. वहीं, फोरेनर साल 2019 में तीन लाख बयासी हजार आठ सौ छिहत्तर रहे, तो इंडियन एक करोड़ अड़सठ लाख उनतीस हजार दो सौ इकतीस पहुंचे. 

साल 2020 में फॉरेनर बयालीस हजार छह सौ पैंसठ पहुंचे, तो इंडियन इकतीस लाख सत्तर हजार सात सौ चौदह रहे. साल 2021 में फोरेनर की संख्या चार हजार आठ सौ बत्तीस रही और भारतीयों का छप्पन लाख बत्तीस हजार दो सौ सत्तर. 

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साल 2022 की बात करें, तो फोरेनर की संख्या उनतीस हजार तीन सौ तैंतीस रही. वहीं, इंडियन एक करोड़ पचास लाख सत्तर हजार नौ सौ चौवालीस रहे. बीते साल यानी 2023 का डाटा देखें तो फोरेनर बासठ हजार आठ सौ छह रहे. साथ ही भारतीय की संख्या एक करोड़ उनसठ लाख बयालीस हजार एक सौ अठारह रही.

साल फॉरेनर इंडियन
2018 35656 1,60,93,935
2019 382876 1,68,29,231
2020 42665 31,70,714
2021 4832 56,32,270
2022 29333 1,50,70,944
2023 62806 1,59,42,118

रिपोर्ट- समीक्षा कुमारी, शिमला

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