Pathankot: पिछले 3 वर्षों से पठानकोट के बाबा मुक्तेश्वर धाम में चल रहा निर्माण कार्य अब समाप्त होने वाला है. यह पांडवों के अज्ञातवास में बनाई गई गुफाओं को बैराज बांध की झील में समाने से बचाने के लिए किया गया है.
Trending Photos
Pathankot: पठानकोट में बाबा मुक्तेश्वर धाम और पांडवों की पुराणिक गुफाओं को बैराज बांध की झील में समाने से बचाने के लिए निर्माण कार्य मार्च अंत तक पूरा हो जाएगा. बाबा मुक्तेश्वर धाम में निर्माण कार्य पिछले तीन वर्ष से चल रहा है. झील में समाने से बचाने के लिए 300 फुट लंबी दीवार बनाई जा रही है. इसके साथ ही बनाई गई 50 मीटर ऊंची कंक्रीट की दीवार जिनका निर्माण कार्य मार्च महीने में पूरा कर दिया जाएगा.
पठानकोट में बाबा मुक्तेश्वर धाम को बैराज डैम की झील में समाने से बचाने के लिए दीवार और कंक्रीट वॉल का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है. रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि मार्च महीने के आखिर तक निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा. आपको बता दें, इसके लिए सरकार द्वारा 9 करोड रुपए खर्च किए गए हैं.
मंदिर प्रबंध्न के सभी सदस्यों द्वारा बाबा मुक्तेश्वर धाम मंदिर को बैराज डैम की झील में समाने से बचाने के लिए लंबा संघर्ष किया गया था. इसके बाद सरकार द्वारा लगभग 9 करोड़ से ज्यादा की राशि मंजूर की गई थी, जिससे मंदिर और झील के पानी के बीच में एक कंक्रीट की दीवार का निर्माण किया गया है. इसके अलावा मंदिर की सीढ़िया और मंदिर परिसर की 300 फुट लंबी दीवार का भी निर्माण किया जा रहा है.
बताया जाता है कि इस मंदिर की गुफाएं द्वापर युग में पांडवों द्वारा अपने अज्ञातवास में बनाई गई थी और भगवान शिव ने इसी जगह पर पांडवों को विजय का वरदान दिया था. हर साल शिवरात्रि में बाबा मुक्तेश्वर धाम मंदिर में मेला लगता है इस बार लोगों को मंदिर तक पहुंचाने के लिए अस्थाई रास्ते का निर्माण किया गया है. इस मंदिर का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है और मार्च महीने के आखिर तक निर्माण कार्य कंप्लीट कर लिया जाएगा.