Domestic Violence: इन महिलाओं को होता है अस्थमा का ज्यादा जोखिम, स्टडी में हुआ खुलासा

एक स्टडी में इस बात का खुलासा हुआ है कि घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाओं में अस्थमा का जोखिम ज्यादा होता है. स्टडी के मुताबिक, 13,852 महिलाओं में से 967 में एटोपिक रोग पाया गया, जबकि दूसरे समूह में यह संख्या 2,607/49,036 थी.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : May 7, 2023, 10:39 PM IST
  • घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाओं को अस्थमा का ज्यादा जोखिम
  • भारतीय मूल की एक महिला के नेतृत्व में किया गया ये शोध
Domestic Violence: इन महिलाओं को होता है अस्थमा का ज्यादा जोखिम, स्टडी में हुआ खुलासा

नई दिल्ली: भारतीय मूल की एक महिला के नेतृत्व में किए गए एक शोध के अनुसार, जिन महिलाओं को घरेलू दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ा है, उनमें अस्थमा सहित एटोपिक बीमारियों के विकसित होने का खतरा अधिक हो सकता है.

पीड़ित महिलाओं में अस्थमा का ज्यादा जोखिम
जर्नल ऑफ एलर्जी एंड क्लिनिकल इम्यूनोलॉजी में प्रकाशित स्टडी के मुताबिक, रोगी रिकॉर्ड के विश्लेषण में पाया गया कि महिलाओं का एक बड़ा प्रतिशत वो था जिनको एटोपिक रोग थे और जिनका इतिहास घरेलू दुर्व्यवहार और हिंसा का रहा है. ब्रिटेन के बमिर्ंघम विश्वविद्यालय के डॉ जोहत सिंह चंदन ने कहा, हमारे नतीजे बताते हैं कि घरेलू हिंसा और दुर्व्यवहार की पीड़ित महिलाओं में एटोपिक बीमारियों के विकास का जोखिम 52 प्रतिशत बढ़ जाता है.

उन्होंने कहा, घरेलू हिंसा और दुर्व्यवहार एक वैश्विक मुद्दा है जो महिलाओं को प्रभावित करता है. हम घरेलू हिंसा के स्वास्थ्य प्रभावों के बारे में अपनी समझ को और गहरा करना चाहते हैं, इसलिए साक्ष्य-आधारित सार्वजनिक स्वास्थ्य नीतियों को न केवल घरेलू हिंसा को संबोधित करने के लिए विकसित किया जा सकता है, बल्कि एटोपिक रोगों पर भी ध्यान दिया जा सकता है.

13,852 महिलाओं में से 967 में पाया गया एटोपिक रोग
शोधकर्ताओं की टीम ने यूके में एक अध्ययन किया, एक चिकित्सक के साथ वयस्क महिलाओं (18 वर्ष और उससे अधिक आयु) के साथ हुई घरेलू हिंसा को देखा और उनकी तुलना 18 वर्ष से अधिक उम्र की दूसरी महिलाओं से की जिनके साथ ये हिंसा नहीं हुई थी. जिन महिलाओं में एटोपिक रोग पहले से थे उनको अध्ययन से बाहर रखा गया.

कुल 13,852 महिलाओं की घरेलू हिंसा के संपर्क में आने के रूप में पहचान की गई और बिना हिंसा की शिकार 49,036 महिलाओं से उनका मिलान किया गया. स्टडी के मुताबिक, 13,852 महिलाओं में से 967 में एटोपिक रोग पाया गया, जबकि दूसरे समूह में यह संख्या 2,607/49,036 थी.
(इनपुट- आईएएनएस)

इसे भी पढ़ें- Karnataka Elections 2023: कर्नाटक में इस दिन थम जाएगा चुनाव प्रचार, सियासी दलों के पास आखिरी मौका

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.

ट्रेंडिंग न्यूज़