जानें क्यों सूडान में गाजा-यूक्रेन से भी बदतर हैं हालात, अब तक 1 करोड़ जनता ने छोड़ा मुल्क

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक करीब 5 लाख लोगों ने मिस्र में संयुक्त राष्ट्र (UN) की शरणार्थी एजेंसी में रजिस्टर करवाया है. इसके चलते मिस्र ने सूडान के लोगों के लिए अपना वीजा सख्त कर दिया है. 

Written by - Shruti Kaul | Last Updated : Feb 29, 2024, 05:00 PM IST
  • सूडान छोड़कर भाग रही जनता
  • लगभग 1 करोड़ लोगों ने छोड़ा देश
जानें क्यों सूडान में गाजा-यूक्रेन से भी बदतर हैं हालात, अब तक 1 करोड़ जनता ने छोड़ा मुल्क

नई दिल्ली: Sudan Civil War: गाजा और यूक्रेन में युद्ध के कारण बिगड़े हालातों की ओर तो हर किसी का ध्यान है, लेकिन अफ्रीका के एक छोटे से देश में इनसे भी बदतर स्थिति है, हालांकि इस देश को न ही किसी का अटेंशन मिला है और न ही दुनिया ने इसकी सुध ली है. हम बात कर रहे हैं सूडान की. बता दें कि सूडान उत्तरी पूर्व अफ्रीका में स्थित एक बेहद गरीब देश है. पिछले साल यानी अप्रेल 2023 में यहां गृहयुद्ध छिड़ गया था. इस युद्ध ने सूडान की स्थिति बेहद दयनीय कर दी है. आलम ये है कि यहां कि जनता जीवित रहने के लिए अपना मुल्क छोड़कर भाग रही है. वहीं कुछ लोग शिविर में महीनों से अपनी आंखों में उम्मीद लगाए बैठे हैं कि एक दिन सब सही होगा. 

मुल्क छोड़कर भाग रही जनता 
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक करीब 5 लाख लोगों ने मिस्र में संयुक्त राष्ट्र (UN) की शरणार्थी एजेंसी में रजिस्टर करवाया है. इसके चलते मिस्र ने सूडान के लोगों के लिए अपना वीजा सख्त कर दिया है. संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि लगभग 1,500 लोग रोजाना सूडान छोड़कर दक्षिण सूडान भागने को मजबूर हैं. पलायन के शिकार लोगों में 5 मिलियन बच्चे शामिल हैं. इनमें से  2.1 मिलियन 5 साल से कम उम्र के बच्चे हैं. वहीं BBC की एक रिपोर्ट कहती है कि लगभग 1 करोड़ लोगों ने सूडान छोड़ दिया है.  

सत्ता के लालच ने बर्बाद किया मुल्क 
सूडान की बदतर स्थिति का कारण साल 2023 में 15 अप्रैल को आर्मी और पैरामिलिट्री फोर्स में छिड़ी जंग है. यह संघर्ष सूडान के 2 अधिकारियों के बीच सत्ता के लालच को लेकर छिड़ी है. सेना के कमांडर जनरल अब्देल फतह बुरहान और RSF प्रमुख जनरल मोहम्मद हमदान डगलो के बीच सत्ता और ताकत को लेकर हो रहे इस संघर्ष ने सूडान को बुरी तरह बर्बाद कर दिया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक इस जंग के कारण 45.7 मिलियन की जनसंख्या वाला यह देश लगभग खाली हो चुका है.     

यूक्रेन-गाजा से भी बदतर है स्थिति 
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक सूडान में पिछले साल हुए गृह युद्ध में अब तक 14,000 लोग मारे गए हैं. माना जा रहा है कि इस मुल्क के हालत गाजा और यूक्रेन से भी ज्यादा बदतर है. संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक सूडान की आधी से ज्यादा जनसंख्या यानी लगभग 25 मिलियन लोगों को मानवीय सहायता (Humanitarian Aid) की जरूरत है. वहीं इस मुल्क में 5 साल से कम उम्र के लगभग 3.8 मिलियन बच्चे कुपोषित हैं. सूडान की इस दयनीय अवस्था को लेकर संयुक्त राष्ट्र के सहायता प्रमुख मार्टिन ग्रिफिथ्स ने कहा,'हमें सूडान को नहीं भूलना चाहिए.' 

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