परवेश मुशर्रफ के सत्ता में रहते हुए कैसे थे भारत-पाक के संबंध? जानें 10 बड़ी बातें

पाक के पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ का बीमारी के चलते निधन हो गया है. आपको बताते हैं कि उनके सत्ता में रहने के दौरान भारत पाकिस्तान के कैसे संबंध थे और उनसे जुड़ी 10 बड़ी बातें आपको इस रिपोर्ट में बताते हैं.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Feb 5, 2023, 04:45 PM IST
  • परवेज मुशर्रफ के साथ कैसे थे भारत के संबंध?
  • पाकिस्तान के पूर्व सैन्य शासक से जुड़ी 10 बड़ी बातें
परवेश मुशर्रफ के सत्ता में रहते हुए कैसे थे भारत-पाक के संबंध? जानें 10 बड़ी बातें

नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व सैन्य शासक जनरल (सेनानिवृत्त) परवेज मुशर्रफ का रविवार को लंबी बीमारी के बाद दुबई में निधन हो गया. वह वर्ष 1999 के कारगिल युद्ध के सूत्रधार थे चार सितारा जनरल मुशर्रफ 79 साल के थे. उन्होंने तानाशाह की शैली में पाकिस्तान पर शासन किया था.

उनका जन्म अविभाजित भारत के दिल्ली में हुआ था. अपने शासनकाल के दौरान उन्होंने जम्मू-कश्मीर सहित विभिन्न मुद्दों पर भारत के साथ बातचीत की. मुशर्रफ के भारत के साथ संबंध के अहम पड़ाव इस प्रकार हैं. परवेज मुशर्रफ का जन्म 1943 में दिल्ली में हुआ और देश का बंटवारा होने के बाद उनका परिवार 1947 में नव सृजित देश पाकिस्तान में जाकर बस गया. इसके बाद जून 1964 में मुशर्रफ पाकिस्तान सैन्य अकादमी में भर्ती हुए.

परवेज मुशर्रफ से जुड़ी 10 बड़ी बातें
1). अक्टूबर 1999 :
तत्कालीन सेना प्रमुख मुशर्रफ ने देश में रक्तहीन सैन्य तख्तापलट का नेतृत्व किया और तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को पदच्युत कर देश के शासन की बागडोर मुख्य कार्यकारी के तौर पर संभाली.

2). जून 2001 : मुशर्रफ ने तत्कालीन राष्ट्रपति मोहम्मद रफीक तरार के इस्तीफे के बाद स्वयं को पाकिस्तान का राष्ट्रपति घोषित किया.

3). जुलाई 2001 : मुशर्रफ और तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने आगरा में आयोजित दो दिवसीय सम्मेलन में मुलाकात की. जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर समझौता करने में असफल होने के बाद शिखर सम्मेलन असफल रहा.

4). 13 दिसंबर 2001 : भारत के संसद पर आतंकवादी हमला हुआ, जिसमें 14 लोग मारे गए. भारत ने हमले के लिए पाकिस्तान से संचालित आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए -मोहम्मद को हमले के लिए जिम्मेदार ठहराया. इसके बाद भारत और पाकिस्तान ने सीमा और नियंत्रण रेखा के पास भारी सैन्य तैनाती की. यह गतिरोध अक्टूबर 2002 में जाकर समाप्त हुआ.

5). मार्च 2002 : मुशर्रफ ने वादा किया कि पाकिस्तान अपनी जमीन पर चरमपंथ के खिलाफ लड़ेगा, लेकिन दावा किया कि उनके देश का कश्मीर पर अधिकार है.

6). सितंबर 2003 : मुशर्रफ ने संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के दौरान नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम का आह्वान किया , बाद में भारत और पाकिस्तान ने तनाव कम करने और सीमा पर शत्रुतापूर्ण संबंध रोकने का समझौता किया.

7). जनवरी 2004 : भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इस्लामाबाद में आयोजित 12वें दक्षेस शिखर सम्मेलन में मुशर्रफ के साथ सीधी बातचीत की और बाद में उस साल दोनों देशों के विदेश सचिवों की बैठक हुई. इससे समग्र बातचीत की प्रक्रिया शुरू हुई, जिसमें सरकार के विभिन्न स्तरों (विदेश मंत्रालय, विदेश सचिवों, सैन्य अधिकारियों, सीमा सुरक्षा अधिकारियों, स्वापक रोधी अधिकारियों और परमाणु विशेषज्ञ) पर अधिकारियों की बैठकें हुईं.

8). नवंबर 2004 : नव निर्वाचित प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के जम्मू-कश्मीर दौरे की पूर्व संध्या पर घोषणा की गई कि भारत राज्य में अपने सैनिकों की संख्या में कमी लाएगा.

9). सितंबर 2006 : मुशर्रफ और मनमोहन सिंह आतंकवाद के खिलाफ भारत-पाकिस्तान संस्थागत व्यवस्था स्थापित करने पर सहमत हुए.

10). नवंबर 2006 : मुशर्रफ ने भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की उनकी बैटिंग कला और लंबे बालों की प्रशंसा की. धोनी उस समय युवा खिलाड़ी थे और एक दिवसीय और टेस्ट मैच खेलने पाकिस्तान गई भारतीय टीम का हिस्सा थे. मुशर्रफ ने धोनी को बाकायदा बाल नहीं कटवाने की सलाह दी थी.

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