नई दिल्लीः पाकिस्तान सरकार ने स्वीडन में पवित्र कुरान के अपमान की हालिया घटना के खिलाफ शुक्रवार को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की है.जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, ईद उल अधा के अवसर पर स्टॉकहोम में पवित्र पुस्तक की एक प्रति को सार्वजनिक रूप से जलाने की घटना पर दुनिया भर में विरोध प्रदर्शन और आक्रोश फैल गया.
जानिए क्या है मामला
स्वीडिश राजधानी में एक मस्जिद के बाहर एक व्यक्ति ने पवित्र पुस्तक की एक प्रति को आग लगा दी थी.इस्लामाबाद में एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस घटना पर विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया. उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से इन रैलियों में भाग लेने की अपील की है. प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरा देश एक स्वर से खराब मानसिकता वालों को संदेश देगा.जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा कि देश शुक्रवार को यौम एतकद्दुस कुरान का पालन करेगा.
संसद का सत्र बुलाया गया
इसके अलावा प्रधानमंत्री ने स्वीडन की घटना पर राष्ट्रीय रणनीति तैयार करने के लिए संसद का संयुक्त सत्र बुलाने का फैसला किया.प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्र की भावनाओं और संवेदनाओं को संसद के मंच के माध्यम से पूरी तरह से व्यक्त किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि संयुक्त सत्र स्वीडन में पवित्र ग्रंथ के अपमान की हालिया घटना के खिलाफ सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित करेगा.
जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, स्वीडन में पवित्र कुरान के अपमान पर दुनिया भर में विरोध और आक्रोश के बीच संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद ने पाकिस्तान के अनुरोध के बाद इस्लामोफोबिया और धार्मिक घृणा को संबोधित करने के लिए अपना सत्र आयोजित करने की घोषणा की.जिनेवा स्थित संयुक्त राष्ट्र परिषद के एक प्रवक्ता ने एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि सत्र में दुनिया में बढ़ती धार्मिक नफरत पर चर्चा की जाएगी. संयुक्त राष्ट्र परिषद का बैठक सत्र 14 जुलाई तक चलेगा.
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