इस देश ने बना ली मंकी पॉक्स की वैक्सीन! जल्द भारत में भी आएगी?

कोविड-19 के बाद अब दुनिया में मंकीपॉक्स के केस बढ़ रहे हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसके मद्देनजर वैश्विक हेल्थ इमरजेंसी भी घोषित कर दी है. लेकिन इन सबके बीच जानकारी सामने आई है कि डेनमार्क की एक कंपनी ने मंकीपॉक्स की वैक्सीन बना ली है. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jul 28, 2022, 09:42 PM IST
  • डेनमार्क की कंपनी बैवेरियन नॉर्डिक ने बनाई वैक्सीन
  • स्मॉल पॉक्स की वैक्सीन भी करती हैं मंकी पॉक्स से बचाव?
इस देश ने बना ली मंकी पॉक्स की वैक्सीन! जल्द भारत में भी आएगी?

नई दिल्ली. कोविड-19 के बाद अब दुनिया में मंकीपॉक्स के केस बढ़ रहे हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसके मद्देनजर वैश्विक हेल्थ इमरजेंसी भी घोषित कर दी है. लेकिन इन सबके बीच जानकारी सामने आई है कि डेनमार्क की एक कंपनी ने मंकीपॉक्स की वैक्सीन बना ली है. हालांकि अभी तक इसके एफिकेसी डेटा को लेकर कोई जानकारी नहीं मौजूद है. लेकिन यूरोपीय यूनियन में इस वैक्सीन को अप्रूवल दिया जा चुका है. इसी के बाद दुनियाभर में इस वैक्सीन को लेकर चर्चा तेज हो गई है. 

डेनमार्क की कंपनी बैवेरियन नॉर्डिक ने बनाई वैक्सीन
विश्व स्वास्थ्य संगठन की चीफ साइंटिस्ट डॉ. सौम्या स्वामीनाथन का कहना है कि इससे संबंधित डेटा कलेक्ट करने की आवश्यकता है. वैक्सीन बनाने वाली कंपनी का नाम बैवेरियन नॉर्डिक (Bavarian Nordic) है. माना जा रहा है कि इस वैक्सीन के एफिकेसी डेटा की जांच को लेकर काम जल्द शुरू किया जा सकता है.

क्या बोलीं WHO की चीफ साइंटिस्ट
डॉ. स्वामीनाथन ने एनडीटीवी को दिए एक इंटरव्यू में स्मॉल पॉक्स का वैक्सीनेशन अभियान बंद किए जाने पर भी चिंता जाहिर की है. उन्होंने कहा कि साल 1979-80 के बाद स्मॉल पॉक्स यानी चेचक की रोकथाम के लिए वैक्सीनेशन अभियान को बंद कर दिया गया था. दरअसल मंकी पॉक्स ऑर्थपॉक्सीवायरस जेनस परिवार का सदस्य है. इसमें स्मॉल पॉक्स से कई समानताएं हैं. 1980 में घोषणा की गई थी कि दुनिया से स्मॉल पॉक्स वायरस का अंत कर दिया गया है. इसी के बाद वैक्सीनेशन अभियान भी बंद कर दिया गया था. 

स्मॉल पॉक्स की वैक्सीन भी करती हैं मंकी पॉक्स से बचाव?
विश्व स्वास्थ्य संगठन की वेबसाइट के मुताबिक स्मॉल पॉक्स में कारगर वैक्सीन मंकी पॉक्स से भी बचाव करती हैं. स्वामीनाथन का भी कहना है कि स्मॉल पॉक्स में इस्तेमाल होने वाली वैक्सीन मंकी पॉक्स के लिए भी कारगर हो सकती हैं. विश्ननाथन ने वैक्सीन बनाने, मार्केटिंग और वितरण में भारतीय फार्मा कंपनियों का अहम रोल बताया है. इन कंपनियों में दुनिया में सबसे ज्यादा वैक्सीन बनाने वाली भारतीय कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया का नाम भी शामिल है. 

वैक्सीन का नाम Imvanex, यूरोपीय मेडिसिन्स एजेंसी ने अप्रूव किया
डेनमार्क की मंकी पॉक्स वैक्सीन का  Imvanex vaccine है. समाचार एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक यूरोपीय यूनियन ने बीते सोमवार को ही इस वैक्सीन को मंकी पॉक्स के खिलाफ इस्तेमाल करने की छूट दे दी है. इस वैक्सीन को यूरोपीय मेडिसिन्स एजेंसी ने अप्रूव कर दिया है. 

सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया कर रहा है बातचीत
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया देश में मंकीपॉक्स के मामलों से निपटने के लिए टीकों की कुछ खेप के आयात को लेकर बैवेरियन नॉर्डिक के साथ बातचीत कर रहा है. SII के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अदार पूनावाला ने मंगलवार को यह जानकारी दी है.

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