लंदन: ब्रिटेन में प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी को लेकर बड़ी खबर आई है. पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने एक आश्चर्यजनक कदम उठाते हुए रविवार को घोषणा की कि वह कंजरवेटिव पार्टी के नेतृत्व की दौड़ में नहीं उतरेंगे. बोरिश जॉनसन के हटते ही सबसे आगे चल रहे ऋषि सुनक ब्रिटेन के पहले भारतीय मूल के प्रधानमंत्री चुने जाने के करीब पहुंच गए हैं.
क्या बोले बोरिस जॉनसन
जॉनसन (55) ने दावा किया कि उन्होंने 100 सांसदों की सीमा पार कर ली है, लेकिन टोरी (कंजरवेटिव) पार्टी की एकता के हित में उन्होंने आगे नहीं बढ़ने का फैसला किया. एक बयान में जॉनसन ने कहा कि उन्होंने ‘‘102 नामांकन की बहुत उच्च बाधा को पार कर लिया है’’, लेकिन वह इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि यह इसके लिए सही समय नहीं है’’. हालांकि कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि बोरिस 100 सांसदों का समर्थन नहीं जुटा पाए हैं, इसलिए ही उन्होंने पीछे हटने का फैसला लिया है.
दो नेता दे चुके पीएम पद से इस्तीफा
जॉनसन ने ‘पार्टीगेट’ कांड के बाद जुलाई में इस्तीफा दे दिया था जिसमें जॉनसन पर कथित रूप से कोविड-19 लॉकडाउन संबंधी कानून तोड़ने का आरोप लगा था. इसके बाद नई पीएम लिज ट्रस ने पदभार संभाला लेकिन मिनी बजट में लिए गए आर्थिक फैसलों की वजह से विवादों में आ गईं. लिज ट्रस को 45 दिन बाद ही इस्तीफा देना पड़ा.
कौन हैं ऋषि सुनक
ऋषि सुनक भारतीय मूल के ब्रिटिश राजनेता हैं. उनका जन्म 12 मई 1980 को ब्रिटेन के साउथैम्पटन में हुआ था. उनके पिता का नाम यशवीर और मां उषा हैं. उन्होंने विंचेस्टर कॉलेज से पढ़ाई की और फिर स्टैनफोर्ड से एमबीए किया. सुनक ने गोल्डमैन सैक्स के साथ भी काम किया.
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