नई दिल्ली: अमेरिकी हमले में अफगानिस्तान (Afghanistan) के काबुल में अल जवाहिरी मारा गया है. ओसामा बिल लादेन की मौत के बाद अल कायदा की कमान अयमान अल जवाहिरी (Ayman Al Zawahiri) के हाथों में आ गई थी. आपको इस आतंकी सर्जन से जुड़े कुछ खौफनाक किस्से बताते हैं.
अपनी ही शादी मैं फैला दिया था खौफ
क्या आपने किसी शख्स को अपनी ही शादी में खौफ फैलाते हुए देखा है. आंतक का आका अल जवाहिरी ने ऐसा ही किया था. ये बात साल 1978 की है, जब अल जवाहिरी 29 साल का हुआ करता था. उसने काहिरा विश्वविद्यालय के दर्शन शास्त्र (philosophy) की छात्रा अजा नोवारी से निकाह कर लिया.
इस निकाह में उसने गजब का खौफ फैलाया था. जिसके बारे में जानकर आज भी हर कोई दंग रह जाता है. उसने अपनी शादी में पुरुषों को महिलाओं से अलग कर दिया गया था. इतना ही नहीं अ जवाहिरी की शादी में किसी को हंसी-मजाक तक की इजाजत नहीं थी, इस पर पाबंदी लगी थी. इसके अलावा फोटोग्राफर को भी शादी से दूर रखा गया था.
14 साल की उम्र में ही अपनाया ये रास्ता
अल जवाहिरी पेशे से सर्जन था, अल जवाहिरी का जन्म 19 जून 1951 को मिस्र के एक संपन्न परिवार में हुआ था. पढ़ाई के लिए उसने अपने देश से बाहर जाने का फैसला किया. 14 साल की उम्र में ही वो मुस्लिम ब्रदरहुड का सदस्य बन गया था.
उसकी ये ख्वाहिश थी कि मिस्र में इस्लामिक हुकूमत का वर्चस्व कायम हो जाए. 1981 में मिस्र के राष्ट्रपति अनवर सादात की हत्या कर दी गई थी. इस हत्या के बाद जवाहिरी समेत सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया. ऐसा कहा जाता है कि इन सारे लोगों को खूब प्रताड़ित किया गया. वो इस दौरान तकरीबन 3 साल जेल में रहा. जवाहिरी ने जेल से बाहर आने के बाद रहने के बाद मिस्र छोड़ने का फैसला लिया.
इसके बाद वो सऊदी चला गया और बाद में मेडिकल प्रैक्टिस करने लगा. सऊदी में ही उसके आतंकवाद को गले लगाने के अध्याय को गति मिली. यहीं पर अल जवाहिरी की मुलाकात अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन से हुई. साल 1985 में अलकायदा को बढ़ावा देने के मकसद से लादेन पाकिस्तान के पेशावर गया था. उस वक्त अल जवाहिरी भी वहीं मौजूद था. साल 1985 ही वो वक्त था जब दोनों आतंकियों के बीच नाता गहरा होने लगा.
कौन था अल जवाहिरी?
आतंकी संगठन अल कायदा का चीफ
ओसामा के मारे जाने के बाद मिली कमान
11 सितंबर 2001 के हमले में मदद की
4 विमानों को हाईजैक करने का मददगार
2 विमान वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के टावर से टकराए
तीसरा विमान अमेरिकी रक्षा मंत्रालय से टकराया
चौथा विमान शेंकविले के खेत में क्रैश हुआ था
कश्मीर पर जहरीले बयान, हिजाब पहनने का हिमायती
अयमान अल जवाहिरी को जानिए
पेशे से सर्जन अल जवाहिरी अरबी और फ्रेंच बोलना भी जानता था. जवाहिरी ने इजिप्टियन इस्लामिक जिहाद यानी EIJ का गठन किया था. 1970 के दशक में मिश्र में सेक्युलर शासन का विरोध करने के लिए ये एक उग्रवादी संगठन था. वो यहां पर इस्लामिक हुकूमत कायम रखना चाहता था.
साल 2001 में अल जवाहिरी ने EIJ का अलकायदा में विलय कर लिया. फिल लादेन और जवाहिरी मिलकर दुनिया को दहलाने की साजिश रचने लगे. मिस्र के डॉक्टर और सर्जन जवाहिरी ने अमेरिका में 11 सितंबर 2001 के हमलों में चार विमानों को हाइजैक करने में मदद की थी. इनमें 2 विमान वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के दोनों टावर्स से टकरा गए थे, जिसके बाद अमेरिका सहित पूरी दुनिया में हाहाकार मच गया था. तीसरा विमान अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन से टकराया था, चौथा विमान शेंकविले में एक खेत में क्रैश हुआ था.
आतंक की इस सबसे बड़ी वारदात में करीब तीन हजार लोग मारे गए थे. सितंबर 2001 के हमलों के अलावा अल जवाहिरी पर साल 2000 में 12 अक्टूबर को यमन में अमेरिकी जहाज यूएसएस कोल पर भी हमले का आरोप है. इसमें अल कायदा के दूसरे वरिष्ठ कमांडर शामिल थे. इन हमलों में अमेरिका के 17 नौसैनिक मारे गए थे और 30 घायल हुए थे.
ढेर हुआ आतंक का आका
अमेरिकी ड्रोन अटैक में जवाहिरी ढेर हो गया. काबुल के शेरपुर इलाके में मारा गया. लादेन स्टाइल में जवाहिरी को मार गिराया. बाइडेन ने जवाहिरी की मौत की पुष्टि की है. आपको बता दें, अमेरिका अल जवाहिरी की तलाश अमेरिका में हुए 9/11 अटैक के बाद से ही कर रहा था.
इसे भी पढ़ें- अमेरिका के ड्रोन हमले में मारा गया आतंकी अल-जवाहिरी, 9/11 का था मास्टरमाइंड
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.