इस रियासत को आजाद भारत में शामिल न करने के लिए चलवा दी गईं गोलियां!
- Zee Media Bureau
- Aug 9, 2022, 11:30 PM IST
मध्य प्रदेश की राजधानी आज जिस स्थिति में है, वह 73 साल पहले भारतीय संघ का हिस्सा नहीं था और सरदार पटेल के प्रयासों के बाद भी भोपाल नवाब हमीदुल्ला खान ने मर्जर एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर करने को टालने की काफी कोशिशें की. लेकिन आखिरकार 30 अप्रैल 1949 को नवाब से साइन कराकर भोपाल को भारत का हिस्सा बना लिया गया. इसके बाद भोपाल 1 जून 1949 को भारत देश का पूरी तरह से हिस्सा बना।