नई दिल्ली Disadvantages Of Artificial Sweetener: आजकल अधिकतर लोग अपने बढ़ते वजन को लेकर काफी परेशान रहते हैं. फिट और हेल्दी रहने के लिए लोग अपनी डाइट से चीनी को बाहर कर देते हैं. जिन लोगों को मीठा खाना पसंद होता है उनके लिए ऐसा करना बेहद मुश्किल टास्क होता है. ऐसे में अधिकतर लोग चीनी के सब्सिट्यूट के बारे में सोचते हैं. आजकल अधिकतर लोग आर्टिफिशियल स्वीटनर का सेवन करते हैं. आम भाषा में इसे शुगर फ्री कहा जाता है.
आजकल मार्केट में अधिकतर आर्टिफिशियल स्वीटनर में जीरो कैलोरी पाई जाता है. ऐसे में लोग आंख मूंदकर इसे खरीदना पसंद कर रहे हैं. यकीनन इसमें कैलोरी काउंट काफी कम होता है. लेकिन क्या आप जानते हैं इसके सेहत के कई बडे़ नुकसान है.
क्या होता है आर्टिफिशियल स्वीटनर
आर्टिफिशियल स्वीटनर चीनी का एक सिंथेटिक शुगर सब्सिट्यूट है. इसे केमिकल से बनाया जाता है. इसमें कैलोरी नहीं होती है लेकिन यह प्रोडक्ट स्वाद में चीनी से ज्यादा मीठे होते हैं. कोल्ड ड्रिंक्स, कैंडी, जैम और बिस्किट आदि में आर्टिफिशियल स्वीटनर का उपयोग किया जाता है.
डिप्रेशन
स्टडी के अनुसार आर्टिफिशियल स्वीटनर का सेवन करने से डिप्रेशन की बीमारी हो सकती है.
अस्थमा
आर्टिफिशियल स्वीटनर का सेवन करने से अस्थमा की समस्या होने का जोखिम बना रहता है. आर्टिफिशियल स्वीटनर का ज्यादा सेवन करने से एलर्जी का भी खतरा बना रहता है.
मोटापा
लंबे समय तक आर्टिफिशियल स्वीटनर का सेवन करने से मोटापे का खतरा बढ़ जाता है.
सिरदर्द की समस्या
आर्टिफिशियल स्वीटनर का सेवन करने से सिर दर्द और डायरिया जैसी बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है.
(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.)
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