NPS सदस्यों के लिए खुशखबरी! PFRDA करने जा रहा ये बड़ा बदलाव, फायदा ही फायदा होगा

पेंशन कोष नियामक एवं विकास प्राधिकरण (PFRDA) एक व्यवस्थित निकासी योजना लाने की तैयारी कर रहा है. इसके तहत पेंशन खाताधारकों को 60 साल की आयु पूरी होने पर एकमुश्त राशि निकालने की सुविधा मिलेगी. पीएफआरडीए के चेयरमैन दीपक मोहंती ने न्यूज एजेंसी पीटीआई-भाषा से साक्षात्कार में कहा, ‘यह काफी अग्रिम चरण में है. उम्मीद है कि अगली तिमाही के अंत यानी सितंबर तक हम इस तरह की योजना ला पाएंगे.’ 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jun 18, 2023, 01:32 PM IST
  • अभी रिटायरमेंट पर है यह प्रक्रिया
  • लोगों की तरफ से आ रहे अनुरोध
NPS सदस्यों के लिए खुशखबरी! PFRDA करने जा रहा ये बड़ा बदलाव, फायदा ही फायदा होगा

नई दिल्लीः पेंशन कोष नियामक एवं विकास प्राधिकरण (PFRDA) एक व्यवस्थित निकासी योजना लाने की तैयारी कर रहा है. इसके तहत पेंशन खाताधारकों को 60 साल की आयु पूरी होने पर एकमुश्त राशि निकालने की सुविधा मिलेगी. पीएफआरडीए के चेयरमैन दीपक मोहंती ने न्यूज एजेंसी पीटीआई-भाषा से साक्षात्कार में कहा, ‘यह काफी अग्रिम चरण में है. उम्मीद है कि अगली तिमाही के अंत यानी सितंबर तक हम इस तरह की योजना ला पाएंगे.’ 

अभी रिटायरमेंट पर है यह प्रक्रिया
अभी राष्ट्रीय पेंशन योजना (NPS) के सदस्य 60 वर्ष की आयु के बाद सेवानिवृत्ति कोष का 60 प्रतिशत तक एकमुश्त राशि के रूप में निकालते हैं, जबकि शेष 40 प्रतिशत कोष अनिवार्य रूप से ‘एन्यूटी’ (हर साल भुगतान की जाने वाली निश्चित राशि) में चला जाता है. वहीं एक व्यवस्थित निकासी योजना एनपीएस सदस्यों को 75 साल की आयु तक आवधिक निकासी का विकल्प चुनने की अनुमति देगी. सदस्य मासिक, तिमाही, अर्द्धवार्षिक और सालाना निकासी का विकल्प चुन सकते हैं. 

लोगों की तरफ से आ रहे अनुरोध
मोहंती ने कहा, ‘कई लोगों ने अनुरोध किया है कि हम कोष के साथ बने क्यों नहीं रह सकते. जब मेरा पैसा मुझे अच्छा प्रतिफल दे रहा है, तो मैं एन्यूटी क्यों लूं. मैं अपना पैसा मासिक या तिमाही आधार पर निकालना चाहूंगा. अभी हम ऐसा विकल्प नहीं दे सकते. ऐसे में हम इस तरह के किसी उत्पाद का विचार कर रहे हैं.’ 

पीएफआरडीए ने लोगों की ‘दीर्घायु’ को देखते हुए इसमें प्रवेश की आयु बढ़ाकर 70 साल और इससे निकलने की उम्र 75 साल कर दी है. 

'सरकार को कुछ सुझाव दिए हैं'
पीएफआरडीए कानून में प्रस्तावित संशोधन के बारे में पूछे जाने पर मोहंती ने कहा, ‘हमने सरकार को कुछ सुझाव दिए हैं. और संशोधन में हमने जो एक महत्वपूर्ण सुझाव दिया है वह वैकल्पिक पेंशन उत्पाद का है.’ उन्होंने कहा कि पेंशन योजनाओं में प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियां (एयूएम) इस वित्त वर्ष की पहली छमाही में 10 लाख करोड़ रुपये के ऐतिहासिक आंकड़े को पार कर जाएंगी. इसकी वजह अंशधारकों का नियमित योगदान है. 

इस वित्त वर्ष परिसंपत्तियों के 10 लाख करोड़ पार करने के आसार
ताजा आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस), अटल पेंशन योजना (एपीवाई) और एनपीएस लाइट सहित प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियां बढ़कर 9.58 लाख करोड़ रुपये हो गई हैं. उन्होंने कहा, ‘हम लगभग 9.5 लाख करोड़ रुपये के एयूएम तक पहुंच गए हैं. इसलिए किसी को आश्चर्य नहीं होगा कि चालू वित्त वर्ष के मध्य तक हमारा एयूएम 10 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर जाए.’ 

उन्होंने कहा कि यह कई अन्य बातों पर निर्भर करता है. इनमें कोष को मिलने वाला ‘रिटर्न’ और बाजार का प्रदर्शन शामिल है. 

इस साल एनपीएस अंशधारकों की संख्या 10 लाख हो सकती है पार
मोहंती ने बताया कि 9.58 लाख करोड़ रुपये में से एनपीएस के कोष का आकार 9.29 लाख करोड़ रुपये है. शेष 28,538 करोड़ रुपये अटल पेंशन योजना का कोष है. उन्होंने कहा कि एनपीएस के तहत अंशधारकों की संख्या पिछले साल ही 10 लाख को पार कर चुकी है. ‘इस साल हमें अंशधारकों की संख्या 13 लाख के पार जाने की उम्मीद है.’

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