नई दिल्ली: नयी आयकर व्यवस्था से रिटर्न भरने और कर का बोझ कम होने के मामले में करदाताओं को कुछ राहत जरूर मिल सकती है लेकिन इसका प्रतिकूल असर उनकी बचत पर होगा. स्वेदशी जागरण मंच (एसजेएम) ने शुक्रवार को यह दावा किया.
एसजेएम ने नई कर व्यवस्था में बदलाव का किया अनुरोध
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबद्ध इस संस्था ने केंद्र से अनुरोध किया कि नयी कर व्यवस्था में कुछ इस तरह का बदलाव किया जाए, जिससे मध्य वर्ग बचत करने को प्रेरित हो. एसजेएम के सह-समन्वयक अश्विनी महाजन ने एक बयान में कहा, ‘‘आशा के अनुरूप नयी कर व्यवस्था में मध्य वर्ग और अति सम्पन्न वर्ग पर आयकर का बोझ कम किया गया है. हमारा मानना है कि इससे रिटर्न भरने और कर का बोझ कम होने जैसी राहत तो करदाताओं को मिल सकती है, लेकिन आयकर भरने वाले लोगों की बचत पर इसका प्रतिकूल असर पड़ सकता है.’’
'सरकार के स्तर पर पर्याप्त प्रयास नहीं किए गए'- एसजेएम
मंच ने आम बजट को वृद्धि को बढ़ावा देने वाला बताया, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि इसमें भारत में विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए सरकार के स्तर पर पर्याप्त प्रयास नहीं किए गए हैं.
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