नई दिल्ली: अमेरिका के स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय ने पुरुषों के जननांगों को लेकर एक नई रिसर्च की है. इस रिसर्च में दावा किया गया है कि पिछले 30 वर्षों में लिंग की लंबाई एक चौथाई बढ़ी है. हालांकि इस बदलाव को लेकर डॉक्टरों ने चिंता जताई है.
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए एक मेटा-विश्लेषण में पाया गया कि 1992 से 2021 तक औसत स्तंभन जननांग की लंबाई में 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई - 4.8 से 6 इंच तक.
क्यों चिंतित हैं शोधकर्ता
शोधकर्ताओं का कहना है कि इस शोध से हो सकता है कि पुरुषों को अच्छा लगे लेकिन स्टैनफोर्ड की टीम चिंतित है. जननांगों पर यह असर रसायनों, खराब और गतिहीन जीवन शैली और जंक फूड के सेवन के कारण हो सकता है. पर्यावरणीय और जीवन शैली कारकों को इसी अवधि में प्रजनन दर में तेजी से गिरावट के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है.
शोधकर्ताओं ने पाया कि पिछले 30 वर्षों में पुरुषों में लिंग की लंबाई 1992 में 4.8 इंच से बढ़कर 2021 में 6 इंच हो गई है. जबकि यह सकारात्मक लग सकता है, उन्हें डर है कि यह बढ़ते बांझपन से जुड़ा हुआ है.
कैसे हुआ शोध
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की शोध टीम, जिन्होंने द वर्ल्ड जर्नल ऑफ मेन्स हेल्थ में वेलेंटाइन डे पर अपने निष्कर्ष प्रकाशित किए, ने केवल जननांगों की लंबाई पर ध्यान केंद्रित किया.उन्होंने 1942 और 2021 के बीच किए गए 75 अध्ययनों से डेटा एकत्र किया. कुल मिलाकर, 55,761 पुरुषों के जननांगों का माप शामिल किया गया.
क्या कहते हैं शोधकर्ता
स्टैनफोर्ड मेडिसिन में मूत्रविज्ञान के प्रोफेसर डॉ माइकल ईसेनबर्ग ने कहा: 'विकास में कोई भी समग्र परिवर्तन संबंधित है, क्योंकि हमारी प्रजनन प्रणाली मानव जीवविज्ञान के सबसे महत्वपूर्ण टुकड़ों में से एक है. अगर हम बदलाव की इस तेजी को देख रहे हैं, तो इसका मतलब है कि हमारे शरीर में कुछ शक्तिशाली हो रहा है. हमें इन निष्कर्षों की पुष्टि करने की कोशिश करनी चाहिए और अगर पुष्टि की जाती है, तो हमें इन परिवर्तनों का कारण निर्धारित करना चाहिए.'
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.