इस शख्स ने 10000 रुपये उधार लेकर शुरू किया था ये बिजनेस, आज मुकेश अंबानी, रतन टाटा को दे रहा है टक्कर

Kamal Khushlani Business: Mufti आज भारत में एक जाना-माना फैशन ब्रांड है और इस ब्रांड ने कपड़ों के बाजार में अपने लिए जगह बना ली है. वित्तीय वर्ष 2022-23 में कंपनी का रेवेन्यू करीब 500 करोड़ रुपये रहा. लेकिन, आपको यह जानकर हैरानी होगी कि मुफ्ती के संस्थापक ने अपने एक रिश्तेदार से 10,000 रुपये उधार लेकर कंपनी शुरू की थी.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Oct 24, 2023, 07:06 PM IST
  • कमल अपनी बाइक पर सूटकेस में कपड़े रखकर बेचा करते थे
  • मुफ्ती भारत का पहला ब्रांड था जिसने स्ट्रेच्ड जींस बनाना शुरू किया
इस शख्स ने 10000 रुपये उधार लेकर शुरू किया था ये बिजनेस, आज मुकेश अंबानी, रतन टाटा को दे रहा है टक्कर

Kamal Khushlani Business: Mufti आज भारत में एक जाना-माना फैशन ब्रांड है और इस ब्रांड ने कपड़ों के बाजार में अपने लिए जगह बना ली है. वित्तीय वर्ष 2022-23 में कंपनी का रेवेन्यू करीब 500 करोड़ रुपये रहा. लेकिन, आपको यह जानकर हैरानी होगी कि मुफ्ती के संस्थापक ने अपने एक रिश्तेदार से 10,000 रुपये उधार लेकर कंपनी शुरू की थी. मुफ्ती के संस्थापक कमल खुशलानी (Mufti founder Kamal Khushlani) का जन्म एक साधारण परिवार में हुआ था. जब वह 19 वर्ष के थे तब उनके पिता की मृत्यु हो गई थी.

अपने परिवार की मदद के लिए कमल खुशलानी ने एक कैसेट कंपनी में काम किया. लेकिन वह हमेशा अपना फैशन ब्रांड बनाना चाहते थे और आखिरकार अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण के कारण अपने सपने को पूरा करने में कामयाब रहे.

Mufti बना एक बड़ा ब्रांड
मुफ्ती के अब देश भर में 379 एक्सक्लूसिव ब्रांड स्टोर, 89 बड़े फॉर्मेट स्टोर और 1305 मल्टी-ब्रांड आउटलेट हैं. मुफ्ती के प्रोडक्ट में शर्ट, जींस, ट्राउजर, टी-शर्ट, शॉर्ट्स, ब्लेजर और विंटरवियर/आउटरवियर के साथ-साथ जूते भी शामिल हैं. वित्तीय वर्ष 2022-23 में कंपनी का राजस्व 498.18 करोड़ रुपये है. पिछले वित्तीय वर्ष में राजस्व 341.17 करोड़ रुपये था.

कैसे हुई शुरुआत
1992 में कमल खुशलानी ने पुरुषों की शर्ट के लिए मिस्टर एंड मिस्टर नाम से एक कंपनी खोली. इस कंपनी को स्थापित करने के लिए उन्होंने अपनी महिला रिश्तेदार से 10,000 रुपये उधार लिए. वह वर्कशॉप में शर्ट बनवाते थे. चूंकि कमल के पास ऑफिस का किराया देने के पैसे नहीं थे, इसलिए उन्होंने अपने घर को ही ऑफिस के साथ-साथ गोदाम भी बना लिया.

अब हुई Mufti की शुरुआत
1998 में कमल खुशलानी ने मुफ्ती नाम से एक फैशनवियर ब्रांड शुरू किया. शुरुआत में कमल के पास एक बाइक थी जिस पर वह कई किलो कपड़ा लादकर वर्कशॉप तक ले जाते थे. जब कपड़े बन जाते थे तो वह उन्हें उसी बाइक पर लादकर बेचने निकल जाते थे.

कमल अपनी बाइक पर सूटकेस में कपड़े रखकर बेचा करते थे. मुफ्ती 2000 के बाद लोकप्रिय हो गई जब लोगों ने मुफ्ती जीन्स खरीदना शुरू कर दिया. मुफ्ती भारत का पहला ब्रांड था जिसने स्ट्रेच्ड जींस बनाना शुरू किया था.

मुफ्ती अब मुकेश अंबानी की रिलायंस रिटेल और रतन टाटा की वेस्टसाइड सहित कई ब्रांडों और बड़े स्टोरों को टक्कर दे रहा है, जो अन्य चीजों के अलावा कपड़े और जूते बेचने के बिजनेस में भी है.

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