हाथ में लगेगी डेबिट कार्ड चिप और होंगे सारे पेमेंट, जानें क्या है 'बायोमेट्रिक' भुगतान का भविष्य

उपभोक्ता की कलाई के नीचे एक छोटी से चिप लगाई जाएगी. फिर उसे डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jul 13, 2022, 11:32 AM IST
  • क्या आप अपने हाथ में डेबिट कार्ड चिप लगाएंगे
  • फ़िंगरप्रिंट या चेहरे की पहचान को भूल जाइए
हाथ में लगेगी डेबिट कार्ड चिप और होंगे सारे पेमेंट, जानें क्या है 'बायोमेट्रिक' भुगतान का भविष्य

लंदन: क्या आप अपने हाथ में एक छोटा डेबिट कार्ड चिप लगाएंगे? फ़िंगरप्रिंट या चेहरे की पहचान को भूल जाइए... 'बायोमेट्रिक' भुगतान का भविष्य सामने नजर आ रहा है. वॉलेटमोर कॉन्टैक्टलेस बैंक-कार्ड चिप बेचने वाली पहली कंपनी होने का दावा करती है. कंपनी कहती हैं कि उपभोक्ता की कलाई के नीचे एक छोटी से चिप लगाई जाएगी. फिर उसे डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. खरीदारी करने के लिए उपभोक्ताओं को बस एक संपर्क रहित मशीन पर अपना हाथ लहराना होगा. 

प्रक्रिया भी सरल है, कलाई के नीचे पर छोटा सा कट लगाना पड़ता है. डिवाइस चावल के दाने के आकार के आसपास है और इसकी कीमत 200 पाउंड (169 डॉलर) है.

ढेर सारे प्रयोग हो रहे
2016 में ऐप्पल पे ने 'सेल्फी पे' पेश किया जो ग्राहकों को उनके चेहरे की तस्वीर लेकर लेनदेन को अधिकृत करने देता है. अगले वर्ष, आवाज-पहचान प्रौद्योगिकी लाने के लिए सेंटेंडर यूके में पहला बैंक बन गया. और 2019 में, बार्कलेज ने 'फिंगर वेन स्कैनर्स' लॉन्च किया, जो इन्फ्रा-रेड तकनीक का उपयोग करके ग्राहकों को उनकी उंगलियों से पहचान सकते हैं. उम्मीद है कि इस प्रकार की तकनीक धोखाधड़ी पर रोक लगा सकती है क्योंकि अपराधी इन अनूठी विशेषताओं को दोहराने में असमर्थ हैं.

कब हुआ पहला प्रयोग
एक माइक्रोचिप को पहली बार 1998 में मानव में डाला गया था. प्रोफेसर केविन वारविक - जिन्हें कैप्टन साइबोर्ग के नाम से जाना जाता है - ने एक प्रयोग के हिस्से के रूप में अपने तंत्रिका तंत्र को कंप्यूटर से जोड़ने की प्रक्रिया की थी.

क्या कहती है कंपनी
नेटवर्किंग वेबसाइट लिंक्डइन पर उद्यमी वोजटेक पप्रोटा खुद को 'ट्रांसह्यूमनिज्म आस्तिक' कहते हैं. वह चाहते हैं कि मनुष्य अपनी भौतिक सीमाओं से परे विकसित होने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करें. ब्रिटिश-पोलिश व्यवसायी वॉलेटमोर के संस्थापक हैं - जो दुनिया में संपर्क रहित बैंक-कार्ड चिप्स बेचने वाली पहली कंपनी होने का दावा करता है जिसे मनुष्यों में प्रत्यारोपित किया जा सकता है.

सॉफ्टवेयर कंपनी सिम्पलीपेमी के मुख्य रणनीति अधिकारी गैरी प्रिंस कहते हैं: 'यह एक आकर्षक अवधारणा है लेकिन इस तरह के काम करने के लिए लोगों को इसका इस्तेमाल करना होगा. 'आपके हाथ पर भुगतान करने का क्या फायदा है? यदि इसे पहचान दस्तावेजों के साथ भी लोड किया जा सकता है, तो यह एक अलग कहानी होगी. लेकिन इससे निजता को लेकर एक बड़ी बहस भी शुरू हो जाएगी.'

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