नई दिल्ली: अगर आप चॉकलेट खाने के शौकीन हैं तो अब आपको इसे खरीदने के लिए अपनी जेब ढीली करनी पड़ सकती है. मीडियी रिपोर्ट्स के मुताबिक हाल ही में कोको, चीनी, पाम ऑयल और कॉफी की कीमतों में काफी उछाल आया है. इसका असर डेयरी जाएंट अमूल पर भी देखने को मिल रहा है.
अमूल भी बढ़ा रहा कीमत
गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन ( GCMMF) के MD जेयन मेहता ने 'टाइम्स ऑफ इंडिया' को बताया कि अमूल अपने चॉकलेट की कीमत 10-20 प्रतिशत तक बढ़ाने पर विचार कर रहा है. उन्होंने कहा,' भारत में 1kg कोको बींस की कीमत बढ़कर 800 रुपए हो गई है. पहले इसकी कीमत 150-250 रुपए थी. हमारे पास डार्क चॉकलेट स्पेस का सबसे बड़ा मार्केट शेयर है, जिसमें कोको बटर मुख्य सामग्री है.' जेयन मेहता ने कहा कि यह बढ़ोत्तरी लगभग 2 महीने में लागू कर दी जाएगी, जबकि अमलू ने फिलहाल आइसक्रीम और ड्रिंक्स की कीमत पर रोक लगाकर रखी है, लेकिन इससे यह नहीं लगता कि चॉकलेट की ज्यादा कीमत उनके मार्केट शेयर को कम करेंगी.
बढ़ती कीमतों का कारण
कोको की कीमतों में तेजी से हो रही बढ़ोत्तरी का कारण दुनिया के सबसे बड़े कोको प्रोड्यूसर्स आइवरी कोस्ट से होने वाली सप्लाई को बताया जा रहा है. वेस्ट अफ्रीका में विपरीत मौसम के चलते फसल की पैदावर कम होने का खतरा बढ़ रहा है. साल 2024 की शुरुआत से ही कोको की कीमतों में 40 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है, जो पिछले 10 सालों में सबसे ज्यादा है. बता दें कि कोको की कीमतें 10 हजार डॉलर प्रति टन से ज्यादा हो गई हैं.
कैसे बनती है चॉकलेट?
बता दें कि कोको का स्वाद बढ़ाने के लिए उन्हें सबसे पहले रोस्ट किया जाता है, फिर इसको पीसकर एक गाढ़ा सा पेस्ट बनाया जाता है. इसे चॉकलेट लिकर कहा जाता है. इस लिकर में कोको मक्खन और कोको सॉलिड शामिल होता है. कोको पाउडर बनाने के लिए मक्खन को दबाया जाता है और सॉलिड का चूर्ण बनाया जाता है. वहीं चॉकलेट बार बनाने के लिए शुगर और मक्खन को वेनिला जैसी बाकी चीजों के साथ वापस लिकर में मिलाया जाता है, जिसके बाद इस मिक्सचर को रिफाइंड करके चॉकलेट बनाई जाती है.
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