Wrestlers Protest: खेलों के महाकुंभ ओलंपिक्स और कॉमनवेल्थ गेम्स में देश का सम्मान बढ़ाने वाले भारतीय पहलवान इन दिनों दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना देते हुए नजर आ रहे हैं जिसका मुख्य कारण भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोप है. लगातार 3 दिन से चल रहे इस विरोध प्रदर्शन को देखते हुए आखिरकार भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने बड़ा कदम उठाया है और भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह पर साक्षी मलिक और विनेश फोगाट की ओर से लगाये गये यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए 7 सदस्यीय जांच समिति बनाने का ऐलान किया है.
जांच के लिये आईओए ने बनाई 7 सदस्यीय समिति
आईओए की ओर से बनाई गई इस सात सदस्यीय समिति में दिग्गज महिला बॉक्सर एमसी मैरीकॉम, पहलवान योगेश्वर दत्त, तीरंदाज डोला बनर्जी और भारतीय भारोत्तोलन महासंघ के अध्यक्ष सहदेव यादव भी शामिल हैं. इन दिग्गजों के अलावा समिति में दो वकील तालिश रे और श्लोक चंद्रा और पूर्व शटलर अलकनंदा अशोक भी शामिल हैं.
उल्लेखनीय है कि पहलवानों की ओर से जारी लगातार विरोध प्रदर्शन के बीच भारतीय ओलंपिक संघ की कार्यकारी परिषद ने एमरजेंसी मीटिंग बुलाई जिसमें आईओए अध्यक्ष पीटी उषा और संयुक्त सचिव कल्याण चौबे के अलावा अभिनव बिंद्रा और योगेश्वर जैसे खिलाड़ियों ने भी भाग लिया.इस बैठक में शिवा केशवन को खास तौर से शामिल किया गया. मीटिंग के बाद आईओए की अध्यक्ष पीटी ऊषा ने आश्वासन दिया है कि जांच के लिये बनाई गई समिति आरोपों की गहराई से जांच करेगी और न्याय सुनिश्चित करेगी.
22 जनवरी को अपना पक्ष रखेंगे बृजभूषण शरण सिंह
वहीं भारतीय कुश्ती महासंघ अध्यक्ष बृजभूषण की ओर से उनके बेटे प्रतीक ने साफ किया है कि उनके पिता 22 जनवरी को WFI की ओर से होने वाली सालाना बैठक में अपने खिलाफ लगे सेक्सुअल एसॉल्ट के आरोपों पर जवाब देंगे. इस दौरान वो मीडिया से बात भी करेंगे. प्रतीक ने इस बात का ऐलान करने के लिये सुबह ही प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई थी लेकिन 7 घंटे की देरी के बाद उन्होंने इस बात का ऐलान किया.
मीडिया से बात करते हुए प्रतीक ने कहा,‘मैं अपने पिता की ओर से यहां आया हूं और मैं आप सभी को सूचित करना चाहूंगा कि हम 22 जनवरी को डब्ल्यूएफआई की एजीएम के बाद ही लिखित बयान जारी करेंगे. हम पूरे भारत में महासंघ के सदस्यों से इस मुद्दे पर चर्चा करना चाहते हैं और फिर कोई फैसला करेंगे. हम जो भी फैसला लेंगे, उसे लिखित बयान के जरिये मीडिया को सूचित करेंगे.’
पहलवान कर रहे थे जांच समिति के गठन की मांग
गौरतलब है कि ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक, विश्व चैम्पियनशिप पदक विजेता विनेश फोगाट सहित प्रतिष्ठित भारतीय पहलवान पिछले 3 दिनों से जंतर-मंतर पर डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाते हुए धरना दे रहे हैं. पहलवानों ने आईओए से बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए जांच समिति का गठन करने की मांग की थी. इससे एक दिन पहले पहलवानों ने इस खेल प्रशासक के खिलाफ कई एफआईआर दर्ज कराने की धमकी दी थी.
जानें क्या है पहलवानों की मांग
आपको बता दें कि जंतर मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों ने मुख्य रूप से अपनी चार मांग रखी हैं
1. हम आईओए से तुरंत यौन उत्पीड़न की शिकायतों की जांच के लिये एक समिति गठित करने की मांग करते हैं.
2.पहलवानों ने डब्ल्यूएफआई को भंग करने की मांग की है.
3. पहलवानों ने डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष को बर्खास्त करने की मांग को भी दोहराया है.
4. डब्ल्यूएफआई का कामकाज देखने के लिये पहलवानों की सलाह से एक नयी समिति गठित की जानी चाहिए.
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