नई दिल्ली: लंदन में खेले जा रहे विंबलडन टेनिस ग्रैंडस्लैम इवेंट में भारत की स्टार खिलाड़ी सानिया मिर्जा का जलवा देखने को मिल रहा है. सानिया मिर्जा ने पहले ही इस साल को बतौर खिलाड़ी अपने करियर का आखिरी साल होने का ऐलान कर दिया है. ऐसे में वो फैन्स को कुछ यादगार पलों के साथ अलविदा कहती हुई नजर आना चाहेंगी. इसी चाह में सानिया मिर्जा ने क्रोएशिया के मेट पाविच के साथ जोड़ी बनाई है और विंबलडन के मिक्स्ड डबल्स इवेंट में भाग लिया है.
सानिया मिर्जा ने अब तक के टूर्नामेंट में अपने जोड़ीदार मेट पाविच के साथ बेहद शानदार प्रदर्शन कर क्वार्टर फाइनल में 6 साल बाद जगह बनाई थी. जहां पर उनका सामना गैब्रिएला दाब्रोवस्की और जॉन पीयर्स से हुआ.
पहली बार विंबलडन के सेमीफाइनल में पहुंची सानिया मिर्जा
इस ने कड़े मुकाबले में सानिया मिर्जा और मेट पाविच की जोड़ी ने दाब्रोवस्की और पीयर्स की जोड़ी को हराकर विंबलडन के मिक्स्ड डबल्स के सेमीफाइनल में जगह बना ली है. सानिया और पाविच की छठी वरीयता प्राप्त जोड़ी ने सोमवार रात क्वार्टर फाइनल में कनाडा और आस्ट्रेलिया की जोड़ी को एक घंटे और 41 मिनट तक चले मैच में मात दी.
भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा की जोड़ी ने ऑस्ट्रेलियाई कनाडाई जोड़ी को 6-4, 3-6, 7-5 की स्कोरलाइन से हराया. अब भारत और क्रोएशिया की इस जोड़ी का सेमीफाइनल मुकाबला रॉबर्ट फराह और येलेना ओस्टापेंको की 7वीं वरीयता प्राप्त जोड़ी और नील स्कुप्सी और डिजायर क्रॉविक की दूसरी वरीयता प्राप्त जोड़ी के बीच खेले जाने वाले क्वार्टर फाइनल मैच के विजेता से होगा.
6 साल पहले खेला था आखिरी क्वार्टरफाइनल
गौरतलब है कि विंबलडन के इतिहास में सानिया मिर्जा की ओर से मिक्स्ड डबल्स में किया गया यह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. वह इससे पहले 2011, 2013 और 2015 में भी क्वार्टर फाइनल में पहुंची थी लेकिन एक बार फिर जीत हासिल नहीं की है. सानिया मिर्जा के टेनिस करियर की बात करें तो वो मिक्स्ड डबल्स ग्रैंडस्लैम में सिर्फ विंबलडन का खिताब ही नहीं जीत पाई हैं. छह बार की ग्रैंडस्लैम विजेता सानिया मिर्जा ने पहले ही सत्र के अंत में संन्यास की घोषणा का ऐलान कर दिया था.
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