नई दिल्लीः इंग्लैंड ने शुक्रवार को 18 वर्षीय लेग स्पिनर रेहान अहमद को एशेज श्रृंखला के दूसरे टेस्ट के लिए टीम में शामिल किया क्योंकि मोईन अली की चोटिल ऊंगली को लेकर चिंता बनी हुई है. आस्ट्रेलिया मंगलवार को एजबेस्टन में पहले टेस्ट में दो विकेट की जीत के बाद पांच मैचों की श्रृंखला में 1-0 से आगे है. दूसरा टेस्ट बुधवार से लार्ड्स में शुरु होगा. हालांकि 36 वर्षीय अली के समय पर उबरने की उम्मीद है. अहमद इंग्लैंड के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले सबसे युवा क्रिकेटर बने थे जब दिसंबर में उन्हें पाकिस्तान के खिलाफ टीम में चुना गया था, तब वह 18 वर्ष और 126 दिन के थे.
इंग्लैंड के दिग्गज ने दिया बड़ा बयान
इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज इयान बेल का मानना है कि एजबस्टन में पहले एशेज टेस्ट के पहले दो दिनों में ऑस्ट्रेलिया डरा हुआ लग रहा था और उन्होंने कहा कि मैच दो विकेट से जीतने के बावजूद पैट कमिंस की अगुवाई वाली टीम को अभी भी बहुत काम करना है. कप्तान कमिंस ने एजबेस्टन में पहले एशेज टेस्ट में नाबाद 44 रन बनाये और नाथन लियोन (नाबाद 16) के साथ नौवें विकेट के लिए 55 रन की मैच विजयी साझेदारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया को रोमांचक जीत दिलाई और आखिरी दिन 281 रन का सफल पीछा किया.
बेल के हवाले से विजडन ने कहा, "मैं यहां तक कहना चाहूंगा कि ऑस्ट्रेलिया के पास काम करने के लिए और भी बहुत कुछ है. एजबेस्टन में पहले दो दिनों के बाद, मैं यह देखकर आश्चर्यचकित था कि ऑस्ट्रेलिया कितना निष्क्रिय था. यह ऐसा था जैसे इंग्लैंड वास्तव में पुराने दिनों में एशेज श्रृंखला खेलता था. ऑस्ट्रेलिया डरा हुआ लग रहा था. मैंने इसे दो उदाहरणों में देखा.
उन्होंने कहा, "सबसे पहले, पहली पारी में इंग्लैंड के बल्लेबाजों के लिए फील्ड सेटिंग में. उनके पास तीन ओवर के बाद ऑफ और ऑन साइड पर स्वीपर थे. मैंने ऐसा कभी नहीं देखा था और एक ऐसे व्यक्ति के रूप में जिसने एशेज सीरीज का दबाव अनुभव किया है." बेल ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया केवल तभी इंग्लैंड की आक्रामकता की बराबरी करता दिख रहा था जब एलेक्स कैरी पहली पारी में बल्लेबाजी कर रहे थे.
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