ODI World Cup 2023: ऑस्ट्रेलिया में खेले गये टी20 विश्वकप में खिताब जीतने के प्रबल दावेदारों में भारतीय टीम शामिल थी लेकिन सेमीफाइनल में इंग्लैंड के हाथों एकतरफा मात खाने के बाद उसका यह सपना फिर से टूट गया. भारतीय क्रिकेट टीम के खिताब जीतने के सपने को तोड़ने वाले खिलाड़ियों की बात करें तो इसमें इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज एलेक्स हेल्स का नाम है, जिनके शानदार प्रदर्शन के दम पर इंग्लैंड की टीम ने दूसरी बार टी20 विश्वकप का खिताब अपने नाम किया है.
टी20 विश्व कप में अपने देश के लिये शानदार प्रदर्शन करने वाले एलेक्स हेल्स के लिए यह उनके अंतर्राष्ट्रीय करियर की दूसरी पारी की तरह है, जिसको लेकर अब उन्होंने ऐसी बात कही है जिस पर शायद ही किसी को यकीन होगा. टी20 विश्वकप में इंग्लैंड के हीरो रहे इस खिलाड़ी ने साफ किया है कि वो अगले साल भारत में खेले जाने वाले वनडे विश्वकप में नहीं खेलना चाहते हैं बल्कि टी20 प्रारूप में इंग्लैंड और दुनिया भर की फ्रेंचाइजी टीमों के लिए टी20 क्रिकेट खेलना चाहते हैं.
वनडे विश्वकप में नहीं खेलना चाहते हैं हेल्स
हेल्स हाल से जब अगले साल भारत में होने वाले एकदिवसीय विश्व कप क्रिकेट में खेलने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह खुद भी 50 ओवर के प्रारूप में खेलना चाहते है लेकिन अभी उनका सबसे ज्यादा ध्यान खेल के सबसे छोटे प्रारूप पर है.
हेल्स ने अमीरात टी10 लीग में भाग लेने वाली टीम अबू धाबी द्वारा आयोजित ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘मुझे नहीं पता, लेकिन मुझे लगता है कि आगे चलकर मैं इंग्लैंड और फ्रेंचाइजी टीमों के लिए टी20 अंतरराष्ट्रीय खेलने पर ध्यान केंद्रित करूंगा. मैंने एकदिवसीय मैचों के बारे में ज्यादा नहीं सोचा है.’
फ्रैंचाइजी क्रिकेट से स्पिनर्स के खिलाफ खेल में होता है सुधार
हेल्स का मानना है कि एशिया, खासकर यूएई में खेलने से उन्हें स्पिन के खिलाफ अपने खेल में सुधार करने का मौका मिला था.
उन्होंने कहा, ‘उपमहाद्वीप की पिचों पर स्पिनरों को मदद मिलती है. आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आप अपने तरीकों को अपनाएं. मुझे लगता है कि एक फ्रेंचाइजी क्रिकेटर के रूप में यह महत्वपूर्ण चीजों में से एक है. आप पूरे साल भर अलग-अलग देशों और परिस्थितियों में टूर्नामेंट खेलते हैं, इसलिए आपको हर समय अपने खेल के कुछ क्षेत्रों में सुधार करते रहना होगा.’
टी10 क्रिकेट खेलने से मिला है फायदा
इस लीग में टीम अबू धाबी 23 नवंबर को अपने अभियान का आगाज डेक्कन ग्लेडिएटर्स के खिलाफ करेगी. हेल्स ने कहा कि लाल गेंद प्रारूप के खेल को अलविदा कहने का उन्हें फायदा हुआ है.
उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि टॉप स्तर पर तीनों प्रारूपों में खेलना काफी मुश्किल है. मुझे लगता है कि कुछ ही क्रिकेटर हैं जो शायद तीनों में उत्कृष्टता हासिल करने के लिए काफी अच्छे हैं. मैंने 2018 में टेस्ट प्रारूप को खेलना छोड़ दिया था , इससे मुझे टी20 प्रारूप में सुधार करने में मदद मिली.’
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