गृहमंत्री जब एयरपोर्ट पहुंचे तो उनके स्वागत के लिए मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल खुद मौजूद रहे. असम में वित्त मंत्री और NDA संयोजक हिमंत विश्व सरमा भी इस मौके पर शामिल रहे. एयरपोर्ट पर धूमधाम और पारंपरिक तरीके से उनका स्वागत हुआ. असम के साथ ही Amit Shah मणिपुर का दौरा भी करेंगे.
पश्चिम बंगाल (West Bengal) में जैसे जैसे विधानसभा चुनाव (Assembly Election 2021) करीब आ रहे हैं वैसे वैसे भाजपा (BJP) और TMC में जुबानी तकरार बढ़ती जा रही है.
किसानों की आड़ में कांग्रेस पार्टी के युवराज राहुल गांधी और मैडम प्रियंका गांधी वाड्रा ने सियासी रोटी सेंकने की कोशिश की, लेकिन किसानों ने उल्टे कांग्रेस को खरी-खोटी सुना दी. किसानों की बदहाली के लिए कांग्रेस ही जिम्मेदार है..
किसान आंदोलन (Farmer Protest) पर कांग्रेस (Congress) का सियासी ड्रामा तेज हो चुका है. सड़क पर संग्राम के चलते पहले कांग्रेस नेताओं समेत प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) को हिरासत में ले लिया गया. हालांकि कुछ देर बाद पुलिस ने प्रियंका को छोड़ दिया..
समर्थन वापसी के कारण बताने के दौरान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वेलाराम घोघरा ने कहा कि हमारी 17 सूत्री मांगों में से एक भी पूरी नहीं हुई. उन्होंने कहा कि संकट के समय पार्टी के दोनों विधायकों रामप्रसाद व राजकुमार रोत ने सरकार को समर्थन दिया था, लेकिन कांग्रेस ने डूंगरपुर में भाजपा के साथ मिलकर जिला प्रमुख बनवा दिया और BTP को उनसे धोखा मिला
सामने आया है कि महान स्वतंत्रता सेनानी व आजाद हिंद फौज के संस्थापक नेताजी सुभाषचंद्र बोस (Netaji Subhash Chandra Bose) की 125वीं जयंती वर्ष समारोह की रूपरेखा तैयार करने के लिए उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है.
ऐसा लगता है जैसे बंगाल की जनता से मन बना लिया है, 'तुष्टिकरण' के खिलाफ, वोटबैंक की राजनीति के खिलाफ़ बड़े परिवर्तन का.सवाल ये है कि पिछले एक दशक में ऐसे क्या हो गया कि मां-माटी-मानुष के भावनात्मक सूत्र के साथ बंगाल की सत्ता के शीर्ष पर पहुंची ममता के पक्ष में बहती हवा को लेकर संदेह हो रहा है.
अमित शाह के राष्ट्रवादी शंखनाद को लेकर ममता और तृणमूल से सवाल हो रहे हैं. सवाल ये कि बंगाल की राजनीति को शहीद खुदीराम बोस की याद दिलाने की पहल बीजेपी को क्यों करनी पड़ी? क्यों टैगोर के राष्ट्रवाद को बंगाल की राजनीति में फिर से स्थापित करने का अभियान बीजेपी को छेड़ना पड़ा?
कांग्रेस (Congress) में गांधी परिवार के खिलाफ आक्रोश कम नहीं हो रहा है. शनिवार को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने (Congress President Sonia Gandhi) बगावत और विद्रोही स्वरों को कम करने के लिए बैठक बुलाई थी.
TMC कार्यकर्ताओं पर एक बार फिर गंभीर आरोप सामने आया है. अमित शाह (Amit Shah) की रैली से वापस लौट रहे भाजपा कार्यकर्ताओं (BJP Workers) पर TMC के गुंडों ने हमला कर दिया और उन्हें गाड़ी से उतारकर लाठी डंडे से पीटा..
RJD उपाध्यक्ष सह पूर्व मंत्री Shivanand Tiwari ने कांग्रेस को निशाने पर लिया. उन्होंने कांग्रेस को बिना पतवार की नाव बताया साथ ही आरोप लगाया था कि राहुल गांधी में लोगों को उत्साहित करने की क्षमता नहीं है.
बीरभूम जिले के बोलपुर और शांतिनिकेतन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की तस्वीर रवींद्रनाथ टैगोर के ऊपर रखी गई थी. यह वह पोस्टर था जो Amit Shah के स्वागत के उपलक्ष्य में लगाया गया था. इसके बाद आरोपों की बौछार शुरू हो गई.
BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) के काफिले पर हुए पथराव के बाद गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और DGP को आज फिर से तलब किया है.
पुत्र मोह और चाटुकारिता की राजनीति ने कांग्रेस को भारतीय सियासत (Indian politics) के फलक से बाहर कर दिया है. इसके बावजूद राहुल गांधी और सोनिया गांधी (Rahul Gandhi and Sonia Gandhi) की अकड़ कम नहीं हुई थी.
कृषि क़ानूनों को लेकर दिल्ली विधानसभा में भारी हंगामा हुआ. इस दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली विधानसभा में AAP नेताओं ने 'कॉपी फाड़' सियासत की कहानी शुरू कर दी..
मुस्लिम वोटबैंक के लिए दीदी 'तुष्टिकरण' के भरोसे हैं तो ओवैसी धर्म के नाम पर अपने ज़हरीले भाषणों के भरोसे. मुस्लिम वोट बैंक पर नज़र गड़ाकर बंगाल में ममता के लिए ओवैसी ने बड़ी मुश्किल खड़ी की है. जिस वोट बैंक के भरोसे ममता बीजेपी के विजय रथ रोकने का ख्वाब देख रही थीं.
ममता बनर्जी को इस वक्त सबसे बड़ा खौफ इसी बात का है कि कहीं उनकी कुर्सी चली ना चली जाए. इस बार के चुनाव में BJP बंगाल से दीदी को पूरी तरह से उखाड़ फेंकने की तैयारियों में जुटी हुई है. ममता दीदी इस बीच ओवैसी को 'वोट कटवा' बता रही हैं, तो भाजपा को चंबल का डाकू.. लेकिन वो खुद डाकुओं की महारानी हैं, ये किसने कहा? बंगाल की राजनीति का पूरा फॉर्मूला समझिए..