Bihar Politics: नीतीश मंत्रिमंडल में विस्तार के बाद NDA में विरोध के स्वर तेज

नीतीश सरकार (Nitish Government) में पहली बार मंत्रिमंडल विस्तार किया गया. इस मंत्रिमंडल विस्तार में भाजपा और जदयू के कई विधायकों को उम्मीद थी कि उन्हें भी मंत्री बनाया जाएगा लेकिन कई नेताओं का सपना अधूरा रह गया.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Feb 11, 2021, 04:48 PM IST
  • BJP विधायक ने खुलकर जाहिर की नाराजगी
  • नाराजगी को हवा देने की तैयारी में विपक्ष
Bihar Politics: नीतीश मंत्रिमंडल में विस्तार के बाद NDA में विरोध के स्वर तेज

पटना: बिहार में पिछले साल नवंबर में विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद एक बार फिर से नीतीश कुमार  (Nitish Kumar) को सत्ता मिली. भाजपा (BJP) ने जदयू (JDU) से बहुत ज्यादा सीटें जीती थीं लेकिन फिर भी भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने नीतीश को ही मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंपी थी. 

नीतीश सरकार (Nitish Government) में पहली बार मंत्रिमंडल विस्तार किया गया. इस मंत्रिमंडल विस्तार में भाजपा और जदयू के कई विधायकों को उम्मीद थी कि उन्हें भी मंत्री बनाया जाएगा लेकिन कई नेताओं का सपना अधूरा रह गया. अब ये विधायक खुलकर अपना गुस्सा प्रकट कर रहे हैं. 

BJP विधायक ने खुलकर जाहिर की नाराजगी

आपको बता दें कि बिहार में मंगलवार को मंत्रिमंडल विस्तार में 17 नए मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई थी. इसके बाद भाजपा के बाढ़ से विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानु (Gyanendra Singh) ने नाराजगी जताते हुए सवर्णों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए दागियों को मंत्रिमंडल में शामिल करने का आरोप लगा दिया था. 

नीतीश कैबिनेट (CM Nitish Kumar Cabinet)  के पहले विस्तार में जगह नहीं मिलने से भाजपा विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू (BJP MLA Gyanendra Singh Gyanu) खफा हैं. डिप्टी सीएम पद पर सवर्णों की उपेक्षा का आरोप लगाया और कहा कि भाजपा ने दो-दो उप मुख्यमंत्री (Deputy CM ) बनाया लेकिन सवर्ण समाज को एक भी पद नहीं दिया.   

नाराजगी को हवा देने की तैयारी में विपक्ष

राजनीति के जानकार अनुमान लगा रहे हैं कि जदयू में भी देर-सबेर नाराजगी उभर कर सामने आएगी. बहुजन समाज पार्टी (BSP) से जदयू में आए जमां खान को भी मंत्री बनाया गया है.  सूत्रों का कहना है कि इसे लेकर जदयू में नाराजगी हैृ. उल्लेखनीय है कि जदयू में आपसी घमासान NDA के लिये भारी पड़ सकता है. 

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भाजपा ने दिल पर पत्थर रखकर इतनी कम सीट होने का बावजूद नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया है. बिहार भाजपा के नेताओं की ये इच्छा कई सालों से है कि राज्य में भाजपा का मुख्यमंत्री बने. ऐसे में जदयू का आंतरिक घमासान नीतीश कुमार के लिये घातक साबित हो सकता है. 

जदयू में टकराव बढ़ा

आपको बता दें कि जदयू के एक विधायक ने गुरुवार को नाराजगी जाहिर कर दी है. गोपालपुर विधानसभा से जदयू के विधायक नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने से नाराज बताए जा रहे हैं.

मंडल ने बताया कि आलाकमान से आश्वासन मिला था कि उन्हें मंत्री बनाया जाएगा. मैं मंत्री पद नहीं मिलने पर आश्चर्यचकित हूं. उन्होंने कहा, "पूरे बिहार में जाति का सबसे मजबूत नेता हूं. मेरी दावेदारी अन्य सभी विधायकों से ज्यादा मजबूत है और मंत्री बनने को लेकर आश्वस्त था. उन्होंने आगे यह भी जोड़ा कि मुझमें ही कोई कमी रह गई होगी, तभी तो नहीं बनाया. उन्होंने बताया कि वे शीघ्र ही जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलेंगे.

NDA के घटक दल भी नाखुश

विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी भी मंत्रिमंडल विस्तार में उनकी पार्टी के किसी के नाम नहीं रहने पर नाराज बताए जा रहे हैं. इसे लेकर उन्होंने भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात भी की है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि सभी लोगों को मंत्री बनने की इच्छा होती है, लेकिन कुछ ही लोग मंत्री बनते हैं. विधायक ज्ञानु की नाराजगी के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह परिवार का मामला है, इसे ज्यादा तूल देने की जरूरत नहीं है और मिलकर सबकुछ ठीक कर लिया जाएगा. 

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