कोलकाता: NEET और JEE की परीक्षाएं सितंबर में आयोजित होने जा रही हैं. परीक्षार्थियों ने एडमिट कार्ड (Admit Card) डाउनलोड करने भी शुरू कर दिए हैं और अधिकतर छात्रों ने एडमिट कार्ड डाउनलोड कर लिए हैं. कई राज्य सरकारें और राजनीतिक दल नीट के मुद्दे पर अपनी राजनीति चमका रहे हैं. इसमें कांग्रेस (Congress) और ममता बनर्जी ( Mamta Banerjee) सबसे आगे हैं. ममता बनर्जी ने कहा है कि केंद्र सरकार के परीक्षा आयोजित करने के फैसले का उनकी सरकार विरोध कर रही है.
भाजपा ( BJP) ने बोला हमला
तृणमूल (TMC) प्रमुख व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आरोपों पर भाजपा महासचिव व बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने करारा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि राज्य की मुखिया को छात्रों के भविष्य की चिंता नहीं बल्कि अपनी कुर्सी की चिंता अधिक है. इसी कारण परीक्षाओं का विरोध कर रही है.
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ममता बनर्जी को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की चिंता नहीं
भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ( Kailash Vijayvargiya) ने बंगाल सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि विद्यार्थियों का भविष्य बनाना सरकार की जिम्मेदारी है और राजनीति करने से छात्रों का भविष्य खतरे में पड़ेगा. हम परीक्षा नहीं करवा कर बच्चों के एक साल खराब नहीं कर सकते हैं. सर्वोच्च न्यायालय ने निर्देश दिया है और उस निर्देश का पालन किया जा रहा है लेकिन विपक्ष को सुप्रीम कोर्ट के आदेश की चिंता नहीं है.
विरोधी दलों की सोच खतरनाक
बंगाल भाजपा के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने ममता सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि सिर्फ विरोध के लिए विरोध नहीं करना चाहिए. कोई सही विकल्प हो, तो विकल्प पर चर्चा करनी चाहिए लेकिन, दुर्भाग्य से वर्तमान में गणतंत्र के अंदर रचानात्मक विरोध होना चाहिए पर यह विरोध जो विरोधी दलों द्वारा हो रहे हैं, यह बहुत ही खतरनाक है.