नई दिल्ली: किसानों के मुद्दे को लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के सबसे पुराने साथियों में एक शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने बागी तेवर अपना लिए हैं. मोदी सरकार के किसानो से जुड़े मुद्दों पर अकाली दल उसके साथ नहीं है.
NDA सरकार में अकाली दल के कोटे से कैबिनेट मंत्री बनीं हरसिमरत कौर (Harsimrat Kaur) ने इस्तीफा दे दिया है. आने वाले समय में शिरोमणि अकाली दल NDA का हिस्सा रहेगा या नहीं, इस पर सुखबीर सिंह बादल (Sukhbeer Singh Badal) ने बयान दिया है.
NDA सरकार से बाहर हुए हैं, NDA से नहीं- अकाली दल
किसान विधेयक के मुद्दे पर यह साथ छोड़ने पर विचार कर सकता है. पंजाब की इस पार्टी के मुखिया सुखबीर सिंह बादल (Sukhbeer Badal) ने कहा कि NDA का हिस्सा बने रहना है या अब अलग हुआ जाए, बाद में इसका फैसला भी करेंगे. हम अभी मोदी सरकार से बाहर हुए हैं लेकिन NDA से नहीं.
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अकाली दल की इकलौती मंत्री सरकार से बाहर
उल्लेखनीय है कि सुखबीर बादल ने यह बात केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से हरसिमरत कौर बादल के इस्तीफे के बाद कही. वह पार्टी की तरफ से केंद्र में अकेली मंत्री थीं. भटिंडा से लोकसभा सांसद को खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय मिला हुआ था. उनके त्यागपत्र को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने स्वीकार कर लिया है.
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लोकसभा में SAD ने किया जमकर विरोध
आपको बता दें कि पूर्व कैबिनेट मंत्री हरसिमरत कौर के पति और SAD के चीफ सुखबीर सिंह बादल ने लोकसभा में किसान विधेयक का जबर्दस्त विरोध किया था. उन्होंने कहा था कि मोदी सरकार की तरफ से लाए जा रहे कृषि क्षेत्र के तीन विधेयक पंजाब में खेती को बर्बाद कर देंगे. उन्होंने लोकसभा में ही ऐलान कर दिया कि विधेयक के विरोध में उनकी पत्नी और पार्टी की तरफ से सरकार में शामिल हरसिमरत कौर बादल मंत्री पद छोड़ देंगी.