अप्रैल महीने की आखिरी तारीख को वर्ष 2022 का पहला सूर्य ग्रहण लगेगा. ये ग्रहण कई मायने में बेहद खास होने वाला है. अब आपके जेहन में ये सवाल आ रहा होगा कि क्या ये ग्रहण भारत में देखा जा सकेगा. ग्रहण का समय क्या होगा और इस ग्रहण के क्या-क्या महत्व हैं, तो नीचे जानिए 5 अहम तथ्य..
2022 का पहला सूर्य ग्रहण अप्रैल महीने के अंतिम दिन लगने जा रहा है. 30 अप्रैल 2022 को भारत के समयानुसार मध्यरात्रि को 12 बजकर 15 मिनट से शुरू होकर सुबह 4 बजकर 7 मिनट तक रहेगा. अप्रैल महीने की आखिरी तारीख कई मायनों में बेहद खास है. इस दिन शनिवार है और अमावस्या यानी शनिश्चरी अमावस्या भी है. ग्रहण के ठीक एक दिन पहले 29 अप्रैल को शनि देव राशि बदलकर स्वराशि कुंभ राशि में गोचर करेंगे. ऐसे में इस सूर्य ग्रहण का महत्व और खास हो जाता है.
भारतीय समय के अनुसार मध्यरात्रि के बाद 12 बजकर 15 मिनट से सूर्य ग्रहण शुरू हो जाएगा और सुबह 4 बजकर 7 मिनट तक रहेगा. ऐसे में इस सूर्यग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं होगा. वहीं यदि ज्योतिष शास्त्रों की बात करें तो, सूतक काल सूर्य ग्रहण शुरू होने से 12 घंटे पहले से लग जाता है. धार्मिक मान्यता के अनुसार सूतक काल के दौरान कोई भी शुभ या मांगलिक कार्य नहीं किया जाता है.
ये साल 2022 का पहला सूर्य ग्रहण है, जो आंशिक है. ऐसे में ये भारत में नहीं देखा जा सकेगा. इसके अलावा यह सूर्य ग्रहण दक्षिण अमेरिका के दक्षिण-पश्चिमी भाग, अटलांटिक, अंटार्कटिका और प्रशांत महासागर में दिखाई देगा.
सूर्य ग्रहण रात में लग रहा है इस लिए भारत में नहीं दिखाई देगा. फिर भी कुछ बातों का ध्यान रख लेना चाहिए. सूर्य ग्रहण लगने से पहले भोजन में तुलसी के पत्ते डालें. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ग्रहण काल के दौरान अपने ईष्ट देवता के मंत्रों का जाप करना शुभ फलदायक रहता है. इसके अलावा गर्भवती स्त्री घर से बाहर न निकलें. ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को तेज धार वाले औजार का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. ग्रहण के दौरान पूजा-पाठ न करें.
सूर्य ग्रहण खत्म होने के बाद पूरे घर की अच्छे से साफ-सफाई कर लें, गंगाजल मिले पानी से स्नान करना चाहिए. स्नान करके गरीब और जरूरमंदों को दान करना चाहिए. नकारात्मकता को दूर करने के लिए घर में नमक मिले पानी से पोछा लगाना चाहिए. ग्रहण के बाद ताजा भोजन बनाकर खाना चाहिए, पहले पूर्व बने को ग्रहण ना करें.