NASA on Aliens: नासा ने ऐसा टेलीस्कोप विकसित किया है, जो पृथ्वी जैसे ग्रह खोजेगा. इसे को एलियन हंटिंग टेलीस्कोप भी कहा जा रहा है. इसका साइंटिफिक नेम हैबिटेबल वर्ल्ड ऑब्जर्वेटरी है.
नई दिल्ली: NASA on Aliens: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने एलियंस को खोजने के लिए पूरी तैयार कर ली है. इन्होंने ऐसा टेलीस्कोप तैयार किया है जो अंतरिक्ष में पृथ्वी जैसे ग्रहों की खोज कर सकेगा. इन ग्रहों पर NASA को जीवन होने की उम्मीद है. ये मिशन 2040 तक शुरू करने की बात है.
साल 2006 में क्रिश मूवी रिलीज हुई थी. इसमें एक एलियन को दिखाया गया था, जिसका नाम जादू था. इस फिल्म के रिलीज होने के बाद भारत के बच्चों में एलियंस की दुनिया को लेकर उत्सुकता पैदा हो गई थी. दुनियाभर में भी गाहे-बगाहे एलियंस होने का दावा होता रहता है. कुछ जगहों पर UFO आने की बातें भी सामने आईं, लेकिन ये कभी सच साबित नहीं हो पाईं. बहरहाल, एलियंस में रुचि रखने वाले लोगों के लिए खुशखबरी है. NASA ने एलियंस के बारे में पता लगाने के लिए बड़ा कदम बढ़ाया है.
NASA एक ऐसे मिशन को लॉन्च करने जा रहा है, जिसमें एलियंस को खोजने का प्रयास किया जाएगा. नासा ने एक ऐसी दूरबीन डवलप कर ली है, जिसे एलियन हंटिंग टेलीस्कोप भी कहा जा रहा है. वैसे इसका नाम हैबिटेबल वर्ल्ड ऑब्जर्वेटरी (HWO) रखा गया है. NASA का कहना है इस टेलीस्कोप के जरिये 2050 तक ऐसे ग्रह को खोज करेंगे, जहां जीवन संभव हो. यानी ऐसा ग्रह जहां एलियंस रहते हैं.
नासा के वैज्ञानिकों ने कहा है कि ब्रह्मांड में सिर्फ इंसान ही नहीं हैं, बल्कि ऐसे ग्रह भी हो सकते हैं जहां पर अन्य प्रजाति की आबादी हो. ये हमारे लिए कौतूहल का विषय है. इन ग्रहों के बारे में हम जानने के लिए उत्सुक हैं. हम ये जानना चाहेंगे कि उन ग्रहों पर रहने वाली आबादी इंसानों से कितनी अलग है. वे इंसानों से कैसे अलग हैं. इस मिशन को आगे बढ़ाने के लिए वैज्ञानिकों ने पृथ्वी जैसे 25 ग्रहों की पहचान कर ली है.
NASA के वैज्ञानिक डॉ. जेसी क्रिस्टियनसेन ने कहा कि इस टेलीस्कोप से सूर्य जैसे किसी तारे के करीब किसी ग्रह पर जीवन के संकेत मिल सकते हैं. इस टेलीस्कोप को ‘सुपर हबल’ भी कहा जा रहा है, क्योंकि यह दूसरे तारों की परिक्रमा कर रहे पृथ्वी जैसे ग्रहों को डिस्कवर करेगा. वैज्ञानिक ने दावा किया कि हम ऐसी चीजों का पता लगाने की कोशिश करेंगे जो अब तक केवल कल्पना तक सीमित हैं.
इस मिशन को 2040 के आसपास लॉन्च किया जा सकता है. इस मिशन का भौतिक विज्ञानी, खगोलविद, इंजीनियर और वैज्ञानिक हिस्सा हैं. वैज्ञानिक क्रिस्टियनसेन ने कहा कि सबकुछ ठीक रहा तो 2040 में मिशन की लॉन्चिंग के बाद दूसरे ग्रहों पर जीवन के सिग्नल मिल सकते हैं.