Mumbai Toll Free: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने घोषणा की कि हल्के मोटर वाहनों को मुंबई के पांच टोल बूथों पर टोल नहीं देना होगा।
Maharashtra Shinde Government Big Decision: महाराष्ट्र सरकार ने सोमवार को मुंबई के सभी पांच टोल बूथों पर हल्के मोटर वाहनों के लिए टोल शुल्क पूरी तरह खत्म कर दिया है.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आगामी विधानसभा चुनावों से पहले यह फैसला लिया. बता दें कि फ्री टोल आधी रात से लागू हो जाएगा.
लंबे समय तक लाइनों में यात्रियों को प्रतीक्षा करनी पड़ती थी, वह इसकी शिकायत करते थे. अब वे पांच बूथों- दहिसर, एलबीएस रोड-मुलुंड, ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे-मुलुंड, ऐरोली क्रीक ब्रिज और वाशी में स्थित किसी भी टोल का भुगतान किए बिना यात्रा कर सकेंगे.
हल्के मोटर वाहन वे होते हैं जो मुख्य रूप से यात्रियों या माल ढोने के लिए डिजाइन किए जाते हैं. इस श्रेणी के वाहनों में कार, जीप, वैन और छोटे ट्रक शामिल हैं. मुंबई से प्रतिदिन छह लाख से ज्यादा वाहन गुजरते हैं, जिनमें से 80 प्रतिशत हल्के मोटर वाहन होते हैं.
महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम ने अपने तत्कालीन मंत्री नितिन गडकरी के नेतृत्व में मुंबई में 55 फ्लाईओवर बनाए हैं. इन फ्लाईओवरों की लागत वसूलने के लिए शहर के प्रवेश द्वारों पर टोल बूथ बनाए गए थे. पुलों का निर्माण जैसे ही अंतिम चरण में पहुंचा, 1999 में टोल बूथों के निर्माण के लिए टेंडर जारी किया गया. 2002 में सभी पांच टोल बूथ चालू हो गए. उसके बाद मुंबई के टोल बूथों पर टोल वसूली शुरू हो गई. लोगों ने आरोप लगाया कि रखरखाव के पैसे और लागत 10 साल पहले वसूल कर ली गई थी, लेकिन सरकार टोल वसूलती रही.
पिछले साल महाराष्ट्र सरकार ने टोल टैक्स वसूली को तीन साल और बढ़ाकर 2027 तक कर दिया था और उसे करीब 11,000 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद थी. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना और शिवसेना के कुछ नेता (उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे दोनों गुट) मुंबई के सभी बूथों पर टोल माफ करने की मांग कर रहे थे. हाल ही में शिवसेना (यूबीटी) नेता और पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने भी मुंबई के सभी प्रवेश बिंदुओं पर टोल माफ करने की मांग की थी.