Kandahar Hijack Real Terrorists: कंधार हाईजैक साल 1999 में हुआ था, तब भारत में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में सरकार चल रही थी. जसवंत सिंह विदेश मंत्री हुआ करते थे. तब भारत ने तीन आतंकियों को छोड़ा था. आइए, इनके बारे में जानते हैं.
Kandahar Hijack Real Terrorists: कंधार हाईजैक को लेकर हाल ही में एक सीरीज बनी है, जिस पर विवाद हो रहा है. कंधार हाईजैक मामले में भारत ने तीन आतंकियों को छोड़ा था. आइए, जानते हैं कि ये तीन आतंकी अब कहां हैं.
नेटफ्लिक्स पर डायरेक्टर अनुभव सिन्हा की कंधार हाईजैक पर सीरीज आई है. इस पर लगातार विवाद भी हो रहा है. 1999 में हुए इस हाईजैक से जुड़ी कहानियां हैं, जो अब भी खूब सुनाई जाती हैं. ये बात तो हर कोई जानता है कि हाईजैक तीन आतंकियों को छुड़ाने के लिए किया गया था. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये तीनों आतंकी कहां हैं और क्या कर रहे हैं?
पहले तो ये जान लें कि कि तीन आतंकियों को छुड़ाने के लिए 24 दिसंबर, 1999 को 5 नकाबपोश आतंकियों ने इंडियन एयरलाइंस के विमान IC 814 को हाईजैक कर लिया था. इनके नाम मौलाना मसूद अजहर, अहमद उमर सईद शेख और मुश्ताक अहमद जरगर था.
मसूद अजहर भारत में मोस्ट वांटेड आतंकियों की लिस्ट में शामिल है. वह पाकिस्तान में बैठकर भारत के खिलाफ साजिश रचता है. हालांकि, कुछ दिन पहले ये दावा किया गया था कि एक बम ब्लास्ट में उसकी मौत हो गई है. लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो पाई थी.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अहमद उमर सईद शेख भी पाकिस्तान में ही है. ऐसा कहा जाता है कि साल 2002 में वॉल स्ट्रीट जर्नल के पत्रकार डेनियल पर्ल को उमर ने ही किडनैप किया था, फिर हत्या भी कर दी थी. पाकिस्तान की अदालत ने इस जुर्म में उसे मौत की सजा सुनाई. लेकिन बाद में उसे महज अपहरण का दोषी माना और रिहा कर दिया.
मुश्ताक जरगर कश्मीरी कमांडर है. उसकी श्रीनगर में संपत्ति थी, जो कुर्क हो चुकी है. मुश्ताल के जैश-ए-मोहम्मद से संपर्क बताए जाते हैं. वह घाटी के युवाओं को भारत के खिलाफ भड़काता और बहकाता है. फिर उन्हें आतंकी संगठनों में भर्ती कर लेता है. मीडिया रिपोर्ट्स में दावा है कि मुश्ताक अब भी कश्मीर में एक्टिव है.