प्रधानमंत्री के आइडिया पर बना था ये टीवी शो, बंद होने पर मचा गया बवाल!

देश का पहला टीवी शो 'हम लोग' शायद ही आज लोगों को याद होगा, लेकिन कम ही लोग इसे बनाने की पूरी कहानी जानते होंगे. आज हम आपके लिए इसी शो से जुड़ी ऐसी रियलिटी निकालकर लाए हैं, जिसके बारे में कम ही लोगों को जानकारी होगी.

1984 में दूरदर्शन पर टेलीकास्ट किया गया शो 'हम लोग' दर्शकों के बीच बेहद पसंद किया गया. हालांकि, शायद ही कोई जानता होगा कि इस शो शुरू करने का आइडिया तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का था. चलिए आज इस शो से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें जानते हैं.

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देश का पहला टीवी शो 1984 में दूरदर्शन पर टेलीकास्ट किया गया था. उस समय लोगों को पता ही नहीं था कि आखिर ये डेली सोप क्या होते हैं. 40 साल पहले दर्शकों के बीच उतारे गए इस शो को इतना प्यार मिला कि सारे रिकॉर्ड ही टूट गई. ये शो था 'हम लोग'. इसके हर एपिसोड को देखने के लिए लोग इकट्ठे होकर टीवी के सामने बैठ जाया करते थे.

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शायद ही किसी को पता होगा कि 'हम लोग' तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का आइडिया था. 1980 में वह चौथी बार प्रधानमंत्री बनी थीं. उस दौरान इंदिरा गांधी को एहसास हुआ कि एक मजेदार माध्यम से कुछ संवेदनशीन मुद्दों को लोगों तक पहुंचाना होगा. इसी बीच वह 1981 में मेक्सिको में एक समिट का हिस्सा बनीं, जहां उन्हें टीवी सीरियल्स और डेटी सोप के बारे में पता चला.

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इंदिरा गांधी ने फैसला किया कि एक ऐसा सीरियल भारत में बनेगा जो लोगों को एंटरटेन करने के साथ-साथ उन्हें जागरुक भी करेगा. इसके बाद तत्कालीन सूचना और प्रसारण मंत्रालय के नए सेक्रेटरी एसएस गिल इस डेली सोप के काम में जुट गए. उन्होंने अपनी एक टीम तैयार की और निकल पड़े मेक्सिको के टूर पर. वह ये देखना चाहते थे कि मेक्सिको के लेखक, डायरेक्टर-प्रोड्यूसर मिगेल सबिदो (Miguel Sabido) किस तरह से सीरियल्स पर काम कर रहे हैं.

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मेक्सिको से लौटने के बाद गिल ने शोभा डॉक्टर नाम की एक प्राइवेट प्रोड्यूसर को सीरियल बनाने की कमान सौंप दी. उन्होंने एक ऐसा शो तैयार करने के लिए कहा जिसमें देश की महिलाओं की स्थिति और फैमिली प्लानिंग जैसे मुद्दों को हल्के-फुल्के अंदाज में देशभर के लोगों के सामने पेश किया जा सके. इस सिलसिले में गिल ने उनकी मुलाकात करीब 25 स्क्रिप्ट राइटर्स और प्रोड्यूसर्स से करवाई.

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तय हुआ कि इस शो को 'हम लोग' टाइटल दिया जाएगा और इसे सप्ताह में 5 दिन दिखाया जाएगा. इसके निर्देशन की कमान सतीश गर्ग को सौंपी गई. शो में सुषमा सेठ, दिव्या सेठ, सीमा भार्गव, विनोद नागपाल और अभिनव चतुर्वेदी जैसे मंझे हुए कलाकारों को शो में अहम किरदार निभाते हुए देखा गया था. यह शो जब टेलीकास्ट हुआ तो दर्शकों के बीच खूब पसंद किया गया.

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कहते हैं कि इस शो को बनाने में जो भी लागत आई वो इसके ऑन एयर टाइम की सेल से वसूल कर ली गई. 'हम लोग' के एपिसोड के अंत में एक्टर अशोक कुमार दिखते थे जो दर्शकों के लिए हर दिन एक खास मैसेज लेकर आते थे. यह शो 17 महीनों तक चला.

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'हम लोग' का आखिरी एपिसोड 17 दिसंबर, 1985 को टेलीकास्ट किया गया. इसके बंद होने पर लोगों ने काफी विरोध जताया. रिपोर्ट्स के मुताबिक,  दूरदर्शन की ऑडियो रिसर्च यूनिट के अनुसार 'हम लोग' के हर एपिसोड व्यूअरशिप 50 मिलियन हुआ करती थी. माना जा रहा है कि 40 साल पहले भी इस शो के हर एपिसोड को करीब 5 करोड़ दर्शक देखा करते थे.