ठाणे. लोकसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है. इसी क्रम में शिवसेना (यूटीबी) के नेता उद्धव ठाकरे ने एक 'प्रतीकात्मक सीट' का दौरा किया है. यह लोकसभा सीट है महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे की. 2019 के लोकसभा चुनाव में जब श्रीकांत इस सीट से जीते थे तब शिवसेना में आज जैसा बंटवारा नहीं हुआ था. अब इस सीट का दौरा कर उद्धव ने लोगों से वंशवादी राजनीति खत्म करने की अपील की है.
उद्धव ने एक रैली में कहा-वंशवादी राजनीति और गद्दारों को जमींदोज करें. ट्रांस-हार्बर अटल सेतु के उद्घाटन पर मोदी के भाषण का उल्लेख करते हुए ठाकरे ने कहा कि प्रधानमंत्री ने वंशवादी राजनीति के बारे में आलोचनात्मक टिप्पणी कीं. ठाकरे स्वयं एक राजनीतिक परिवार से आते हैं, क्योंकि उनके पिता बाल ठाकरे शिवसेना के संस्थापक थे. उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे राज्य की पूर्ववर्ती सरकार में मंत्री थे.
'गद्दारों को उनकी जगह दिखाएं'
शिंदे पर हमला बोलते हुए ठाकरे ने कहा-अब समय आ गया है कि हम गद्दारों को उनकी जगह दिखाएं. इस्तेमाल करो और फेंक दो बीजेपी की नीति है. ठाकरे की पार्टी शिवसेना महा विकास आघाड़ी गठबंधन की घटक है. देश बचाने के लिए विपक्ष की एकजुटता जरूरी है.
शिंदे ने दी प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना को एक ‘प्राइवेट लिमिटेड कंपनी’ के रूप में मानने, दिवंगत बाल ठाकरे के सिद्धांतों और शिक्षाओं से भटकने और अपने सहयोगियों के साथ 'सेवक' की तरह व्यवहार करने का आरोप लगाया. उन्होंने यह भी कहा कि अयोध्या में राम मंदिर कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं बल्कि आस्था का मामला है.
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